रमेश गोयत पंचकूला, 1 फरवरी। हरियाणा महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज का कहना है कि एक महिला होने के बावजूद देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण महंगाई के इस दौर में महिलाओं की परेशानी को समझ नहीं पाई। जबकि देश का मध्यम वर्ग आज पूरी तरह से आर्थिक मंदी का शिकार है। आज यहां जारी एक ब्यान में सुधा भारद्वाज ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 37 महीनों की रिकॉर्ड गिरावट का उल्लेख नहीं है और इसमें अर्थव्यवस्था को गति देने पर ध्यान नहीं दिया गया। वित्त मंत्री के भाषण में इसका कोई जिक्र ही नहीं हुआ कि जीडीपी में 37 महीनों की रिकॉर्ड गिरावट है। 1991 के बाद से यह सबसे बड़ा संकट है। उन्होंने कहा कि बजट में कृषि और किसान की अनदेखी जारी है और कृषि का बजट छह प्रतिशत कम किया गया है और पीएम किसान का बजट भी 12 फीसदी कम कर दिया गया है। सुधा भारद्वाज ने आगे कहा कि बजट में किसी भी तरह से सरकारी कर्मचारियों को आयकर में कोई छूट नहीं दी गई है, जबकि सरकार ने पूंजीपतियों का ध्यान रखना नहीं भूला, इसी लिए इस सरकार ने अपने बजट में रेल, बैंक, बीमा, रक्षा और स्टील सब कुछ सरकार बेचने की घोषणा कर दी है। कर्मचारी वर्ग को इस बजट से काफी उम्मीद थी उसे निराशा ही हाथ लगी है। उसे कर में कोई छूट नहीं मिली है। उल्टे पैट्रोल और डीजल पर कृषि सेस और लगा दिया है। जिसका विपरीत असर भी देखने को मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को अनदेखा कर दिया है। अमीर अमीर होते जा रहे हैं, मिडिल क्लास के लिए कुछ नहीं है, गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने जरुरत की सभी चीजों को महंगा करके यह साबित कर दिया है कि उसे सिर्फ और अमीरों की चिंता है, गरीब से उसे कोई लेना देना नहीं है। Post navigation प्रदीप चौधरी की विधानसभा सदस्यता रद्द होने पर बोले विजय बंसल, पहले ही पेपरलेस बजट में सरकार ने सरकारी कंपनियों को सेल पर लगाया: योगेश्वर शर्मा