अव्यवस्था को लेकर फिर से लोगों के निशाने पर रहा समारोह.
मुख्य अतिथि एसडीएम प्रदीप कुमार ने परेड की ली सलामी

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   एक  वर्ष लंबे समय तक कोरोना महामारी को झेलते हुए अब कोरोना से बचाव के लिए कोवीशील्ड और कोवैक्सीन आने के साथ ही आम जनमानस ने भी राहत की सांस ली है । पटौदी में सरकारी स्तर पर मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस समारोह खासतौर से कोरोना योद्धाओं को ही समर्पित रहा । इस मौके पर छात्र छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत सेल्यूट टू कोरोना वॉरियर्स के साथ-साथ योग और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र बने रहे ।

इससे पहले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने सलामी गारद का निरीक्षण किया और फिर राष्ट्र की आन बान शान तिरंगा झंडा फहराते हुए परेड की सलामी ली । इस मौके पर उन्होंने विशेष रूप से युवा वर्ग का आह्वान किया कि जो आजादी एक लंबे संघर्ष के बाद मिली है और इसके साथ ही जो मौलिक अधिकार प्राप्त हुए हैं , उनका आजीवन पालन और संरक्षण भी करें । इस मौके पर उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी नीतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

अन्य वर्षो की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस यहां बनी अव्यवस्थाओं को लेकर आम जनमानस के लिए निराशा के साथ-साथ निशाने पर ही रहा । हर वर्ष की तरह इस बार भी राष्ट्रीय गौरव के इस पर्व पर अव्यस्था पूरी तरह से हावी रही । मुख्य अतिथि व अन्य आमंत्रित अतिथि गण जहां मंचासीन होकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाते रहे , वहीं पर नन्हे बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं गिनती की कुर्सियों के ऊपर चढ़ते हुए एक दूसरे पर लदकर सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के लिए मजबूर होते रहे । इतना ही नहीं स्कूल परिसर में ही छत पर भी भारी संख्या में सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के लिए भीड़ मौजूद रही। जब तक सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहा , अनेक लोगों को अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर करते वापस जाते भी देखा गया । यह कोई पहला मौका नहीं था, हर बार स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर ऐसा ही होता है कि अतिथि व अन्य वीआईपी मंच पर मौजूद रहते हैं और मंच के सामने किसी मेले में अनियंत्रित भीड़ की तरह लोग जमा होने को मजबूर हो जाते हैं । इस प्रकार की अव्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों की तीखी प्रतिक्रिया बार-बार आती है और वही इस बार भी प्रतिक्रिया में कहा गया कि राष्ट्रीय गौरव के स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को पर्व की गरिमा के अनुरूप आम लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और आयोजकों को व्यवस्था करनी चाहिए।

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