सुबह और शाम को बड़ी संख्या में पहुंचते हैं बच्चे बुजुर्ग और महिलाएं घास में पानी देने के दौरान पानी के नीचे डूबे रहते हैं बिजली के तार यहां छोटी लेकिन बेहद गंभीर लापरवाही से हो सकता है भयंकर हादसा इस सार्वजनिक पार्क के तीन तरफ मंदिरों में पहुंचते हैं अनेक श्रद्धालु फतह सिंह उजाला पटौदी। … सावधान, आपके पैर के नीचे करंट वाले तार को मौत का इंतजार ! जी हां यह पढ़ कर बिल्कुल भी हैरान होने की जरूरत नहीं , हां परेशान अवश्य हो सकते हैं। पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के हेली मंडी नगर पालिका इलाके के वार्ड नंबर 6 पुराना वार्ड एक के सार्वजनिक पार्क में बिजली के तार बीच रास्ते में और फुटपाथ के साथ बेहद खतरनाक तरीके से नंगे अथवा छिले हुए और बदहाल हालत में हमेशा खतरा बने रहते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पुराना हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र का यह सबसे बड़ा एकमात्र सार्वजनिक पार्क है । यहां पर सुबह और शाम के समय बड़ी संख्या में बच्चे खेलने के लिए और बुजुर्ग तथा महिलाएं टहलने सहित भजन कीर्तन के लिए पहुंचते हैं। मौसम बदलने के साथ सुबह सूरज निकलने से पहले अंधेरे अंधेरे ही बड़ी संख्या में योगाभ्यास करने वाले भी यहां पहुंचते हैं। इन सभी का पार्क के बीचों बीच बने पैसेज अथवा रास्ते से आना-जाना निश्चित रूप से होता है। यही पार्क में ही बिजली के तार जोकि रात के समय रोशनी फ़ैलाने वाली लाइटों को बिजली की आपूर्ति करते हैं । आवागमन के बीच रास्ते और इसके बराबर में खतरनाक तरीके से यही बिजली के तार हमेशा खतरा बने रहते हैं । सबसे अधिक चिंताजनक हालात उस समय बने हुए दिखाई देते हैं, जब यहां पार्क में लगी हुई घास में पानी दिया जाता है । पानी दिया जाने के दौरान बिजली के तार पूरी तरह से पानी में ही डूबे रहते हैं। इसी कड़ी में बरसात के समय में यहां बरसाती पानी भरने से यह पार्क पूरी तरह झील बन जाता है और बिजली के तार बरसाती पानी में ही डूबे रहते हैं । बिजली के करंट और पानी का दुश्मनी अथवा बैर किसी से छिपा हुआ भी नहीं है । बरसात होते ही बच्चे भी पार्क में भरे हुए बरसाती पानी में खेलने के लिए निकल आते हैं । इन मासूम बच्चों को खेलते हुए देखकर देखने वालों की सांस भी अटक जाती हैं। इस सार्वजनिक पार्क के तीन तरफ जिसमें श्री श्याम मंदिर, श्री गौरी शंकर मंदिर और श्री विश्वकर्मा मंदिर के अलावा आवास और निवास भी मौजूद हैं। गौरी शंकर मंदिर से कुछ ही कदम की दूरी पर ब्रह्मा कुमारीज का आश्रम भी है । यहां पर सुबह और शाम के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन होता रहता है । इन श्रद्धालुओं में छोटे बच्चे और बुजुर्ग महिलाएं की संख्या अधिक रहती है। इसी प्रकार से यहां पार्क में शाम के समय बड़ी संख्या में छोटे बच्चे बगल में ही बने चिल्ड्रन पार्क में खेलने कूदने और झूलने के लिए आते हैं । दिन ढलने के बाद से लेकर रात्रि के समय भी यहां पर भ्रमण करने और टहलने वालों का आवागमन होता ही रहता है । बीच रास्ते में बदहाल छिले हुए और खतरनाक तरीके से एक खंभे से दूसरे खंभे जा रहे बिजली के तार के कारण कई बार यहां आवागमन करने वालों को करंट लगने की शिकायतें तथा मामले भी सामने आ चुके हैं । स्थानीय निवासियों की स्थानीय प्रशासन से मांग है कि गुरुग्राम जैसा हादसा होने से पहले हेली मंडी वार्ड नंबर 6 के सार्वजनिक पार्क में गंभीरतम खतरा बने हुए बिजली के तार और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को आम जनमानस की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए व्यवस्थित किया जाए। Post navigation हास्य कवि एवं कलमकार महेन्द्र शर्मा का निधन अपूर्णिय क्षति .. बड़ा सवाल , मिठाई की शुद्धता, गुणवत्ता और स्वास्थ्य ?