24 जनवरी 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से आग्रह किया कि वे टकराव का रस्ता छोडक़र काफी दिनों से दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम करके शाहजहांपुर-खेडा बार्डर व मसानी पुल पर धरने पर बैठे आंदोलनरत किसानों व गंगायचा जाट टोल प्लाजा, नारनौल व राजीव चौक गुरूग्राम में धरना दे रहे किसानों को 26 जनवरी दिल्ली किसान ट्रैक्टर परेड में शामिल होने दे। विद्रोही ने कहा कि शाजहापुर-खेड़ा बार्डर, मसानी पुल, गंगायचा जाट टोल प्लाजा, नारनौल व राजीव चौक गुरूग्राम में तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसान शांतिपूर्वक ढंग से बैठे है और अभी तक उनकी ओर से कोई भी हिसंक घटना नही हुई है।े किसान गांधीावादी तरीके से अहिंसा का हथियार बनाकर सत्याग्रह कर रहे है जो उनका संवैद्यानिक अधिकार है। इन क्षेत्रों में किसानों की बजाय हरियाणा पुलिस ने ही बल प्रयोग किया, पर प्रत्युत्तर में किसानों ने शांति बनाई रखी जो बताता है कि किसान आंदोलन कितना शांतिपूर्ण है। 

विद्रोही ने कहा कि जब देशभर के किसान 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करना चाहते है तो ऐसी स्थिति में दक्षिणी हरियाणा के किसानों को पुलिस बल पर इस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने से रोकना किसी भी तरह उचित नही होगा। दिल्ली-जयपुर हाईवे, रेवाड़ी व गुरूग्राम में पुलिस जिस तरह से बंदोबस्त कर रही है, उससे लगता है कि भाजपा खट्टर सरकार किसानों को दिल्ली ट्रैक्टर परेड में शामिल न हो, इसे अपनी नाक का सवाल बना रही है।

दक्षिणी हरियाणा में किसान आंदोलन के प्रति भाजपा खट्टर सरकार व हरियाणा पुलिस कड़ा रूख अपना रही है जबकि प्रदेश के अन्य भागों में किसान आंदोलन के प्रति लचीला रवैया है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा खट्टर सरकार का यह दोहरा आचरण किसी भी तरह से उचित व लोकराज की भावना के अनुरूप नही है। ऐसी स्थिति में यह आवश्यक है कि दक्षिणी हरियाणा के किसानों को सरकार शांतिपूर्ण ढंग से 26 जनवरी ट्रैक्टर परेड में जाने दे ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति पैदा न हो।