-प्रजातन्त्र में जनता सबसे ऊपर होती है और जब जनता ही इन कानूनों के खिलाफ खड़ी है तो सरकार जबरदस्ती पर उतारू क्यों है ?. -पूंजीपतियों की चिंता छोड़कर किसान-मजदूर की आवाज सुने सरकार : बलराज कुंडू. -26 जनवरी को दिल्ली में होगी ऐतिहासिक किसान ट्रैक्टर परेड

टिकरी बॉर्डर / बहादुरगढ़, 22 जनवरी : किसान आंदोलन की मजबूती के लिए रोजाना प्रदेश भर में चल रहे किसान धरनों पर जा रहे विधायक बलराज कुंडू आज टिकरी बॉर्डर किसान धरने पर पहुंचे। किसान रसोई पर बैठे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे किसानों के साथ वर्तमान घटनाक्रम और 26 जनवरी की किसान ट्रैक्टर परेड को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श करते हुए बलराज कुंडू ने सरकार के अड़ियल रुख को बेहद चिंताजनक बताया और कहा कि प्रजातन्त्र में किसी भी सरकार को इतना अड़ियल रवैया नहीं अपनाना चाहिए। केंद्र सरकार को यह बात समझनी चाहिए कि प्रजातन्त्र में जनता के हित सबसे ऊपर होते हैं। कृषि कानूनों को सरकार नाक का सवाल बनाकर बैठ गयी है जो सही नहीं है। राजहठ छोड़कर सरकार को किसानों की सभी मांगें मानते हुए तीनों काले कानून रद्द कर एमएसपी की गारंटी लेनी चाहिये लेकिन दुर्भाग्य है कि किसानों की शहादतों को भी अनदेखा किया जा रहा है।

बलराज कुंडू ने 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड को लेकर किसानों में जोश भरते हुए कहा कि सब किसान भाइयों को एकजुटता और अनुशासन में रहकर पूरी गरिमा के साथ तिरंगे झंडे को ऊपर रखकर यह परेड निकालनी है। किसानों को रोकने के तमाम सरकारी प्रयास विफल होंगे और यह ट्रैक्टर परेड ऐतिहासिक होगी। इसको लेकर किसानों में भारी जोश है और कोई भी ताकत किसानों को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने से रोक नहीं पायेगी।

उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों की लड़ाई में किसान-मजदूर 36 बिरादरी के मेहनतकश लोग लाखों की संख्या में 26 जनवरी को दिल्ली में निकाली जाने वाली किसान ट्रैक्टर परेड में शामिल होंगे। यह ट्रैक्टर परेड अंधी-बाहरी सरकार की आंखें और कान खोलने का काम करेगी।

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