·       सांसद दीपेंद्र हुड्डा किसान आंदोलन के हर धरने में शामिल होते रहे हैं. ·       उन्होंने ये भी जानकारी दी कि किसान आंदोलन में करीब 147 किसान अपने प्राणों की आहुति दे चुके, बावजूद इसके किसान के कदम नहीं डगमगाये. ·       तीनों क़ानून किसान को बर्बाद करने वाले हैं, किसान अब जाग चुका है न वो लुटेगा न पिटेगा. ·       किसान ने संकल्प कर लिया है कि बिल वापसी के बाद ही घर वापसी होगी. ·       सरकार बड़े सरमायेदारों के हाथों की कठपुतली बन चुकी

चंडीगढ़, 22 जनवरी सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए और पुरजोर तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी व CWC सदस्यों को जारी किसान आंदोलन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। वे लगातार किसान आंदोलन के हर धरने में शामिल होते रहे हैं और उन्हें जमीनी हकीक़त का बेहतर ढंग से पता है। उन्होंने ये भी जानकारी दी कि इस आंदोलन में अब तक करीब 147 किसान अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। इसके बावजूद किसान के कदम नहीं डगमगाये और वो शांतिपूर्ण तरीके से प्रजातंत्र व संविधान के दायरे में अपना आन्दोलन चला रहे हैं। किसानों ने संकल्प कर लिया है कि बिल वापसी के बाद ही घर वापसी होगी। उन्होंने कहा कि अहंकार में डूबी सरकार बड़े सरमायेदारों के हाथों की कठपुतली बन चुकी है। तीनों कृषि क़ानून किसान को बर्बाद करने वाले हैं। लेकिन देश का किसान अब जाग चुका है। वो न लुटेगा, न पिटेगा।

उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति को यह भी बताया कि हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर किसान संघर्ष में अपनी जान कुर्बान करने वाले हरियाणा के प्रत्येक किसान के परिवार को कांग्रेस विधायक दल द्वारा अपनी तरफ से 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई है। इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार ने शहीद किसानों को सरकार की तरफ से 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की है।  सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का शांतिपूर्ण किसान आंदोलन को पूर्ण समर्थन है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार हठ छोड़कर किसानों की मांगो को मानेगी और 2 महीनों से भीषण सर्दी, बरसात में आंदोलन कर रहे किसानों को वापिस घर जाने का मौका देगी।

ज्ञात हो कि सांसद दीपेंद्र हुड्डा नियमित तौर पर प्रदेश भर में जगह-जगह लगे किसान धरनों के साथ ही दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर चल रहे धरनों पर पहुंचकर आन्दोलनरत किसानों को कोई असुविधा न हो इसका भी खुद ख्याल रखते हैं। टिकरी बार्डर, सिंघु बॉर्डर पर चल रहे धरनों में पानी, शौचालय व्यवस्था, साफ-सफाई, फॉगिंग आदि इंतजामों का समय-समय पर उन्होंने खुद मुआयना किया है और इंतजामों की देखरेख का जिम्मा स्थानीय विधायक व नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर को भी सौंप रखा है।

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