सोमवार को कितलाना टोल पर मनेगा महिला किसान दिवस 

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

 केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून लागू बनाकर कमेरे वर्ग को बड़ी चोट पहुंचाई है जो उसे भारी पड़ने वाली है। यह बात चौधरी छोटूराम व अंबेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चित कालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इन कानून के विरोध में सारी जनता में भारी रोष है और किसान आंदोलन में सब मजबूती से आन जुटे हैं। आम जनता ने ठान लिया है कि इन कानूनों को रद्द कराने के बाद ही चैन की सांस लेंगे। 

 उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देश पर सोमवार को सभी धरना स्थलों पर महिलाओं के देखरेख में महिला किसान दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान सारी व्यवस्थाएं महिलाएं संभालेंगी। उन्होंने कहा कि महिला आज किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है।उन्हें भी समाज में बराबर का अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में भी महिलाएं जोरदार भूमिका निभा रही हैं। 

 कितलाना टोल पर 24वें दिन चल रहे अनिश्चित कालीन धरने की आज ओमप्रकाश कितलाना, कमल सिंह मांढी, करतार ग्रेवाल, कमल प्रधान, सरदार सिंह सांगवान, ज्ञानीराम पैंतावास, राज सिंह धनाना ने संयुक्त अध्यक्षता की। मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया। आज भी टोल फ्री रहा।                 

इस अवसर पर राजकुमार हड़ौदी, कुमारी श्वेता, नवनीता, कविता आर्य, डंपी पहलवान ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर राकेश आर्य, दिलबाग ग्रेवाल, विद्यानंद श्योराण, मूर्ति देवी, किताबो, रतन्नी, रत्तन जिंदल, सुभाष यादव, मंगल सुई, निम्बो देवी, माया, अजित सांगवान इत्यादि मौजूद थे।

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