किसानों का ऐलान – सरकार की कुंभकर्णी नींद तोड़ेगा ट्रैक्टर मार्च

ग्रामीणों में भारी उत्साह, जिला मुख्यालय पर चारों और दिखेंगे ट्रैक्टर

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

तीन कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के प्रति सरकार असंवेदनशील होने के साथ कुम्भकर्णी निंद्रा में है लेकिन 17 को दादरी जिला मुख्यालय और 18 जनवरी को बाढड़ा में किसानों का ट्रैक्टर मार्च उसको हिलाकर रख देगा। इस बात का ऐलान वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चित कालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस मार्च को लेकर लोगों में भारी उत्साह है और जिला मुख्यालय और उपमंडल स्तर पर दोनों दिन चारों ओर ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर नजर आएंगे।                 

 किसान नेताओं ने कहा कि तीनों काले कानूनों को लेकर जनता के सभी वर्गों में भारी नाराजगी है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि किसान आंदोलन  50 दिन से बेहद शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है और इस बीच 70 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारे एक शब्द तक नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी अहंकार की सभी सीमाएं पार कर चुके हैं। इसलिए सिर्फ अपने मन की बात कहते हैं। लाखों किसानों की आवाज सुनना उन्हें गवारा नहीं है।

  धरने की संयुक्त अध्यक्षता नरसिंह डीपीई, गंगाराम श्योराण, रणधीर कुंगड़, रामफल देशवाल, मास्टर राजसिंह, जगराम सांगवान, सुरेश फौगाट ने की। मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस बीच लोक गायक व लेखक सुरेश मान और संजू सोनी ने देश प्रेम की रागिनियां सुना ग्रामीणों को ओतप्रोत कर दिया। धरने के 21वें दिन भी टोल फ्री रहा।                 

 इस अवसर पर सुभाष यादव, नरेन्द्र फौगाट, जगमिंदर सांगवान, नरदेव अटेला, दिलबाग नीमड़ी, कृष्ण लेघा, रामेश्वर मोरवाला, सूबेदार सतबीर, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, ज्ञानीराम, राजबीर, बिजेंद्र, मांगेराम, गुड्डू, सुरजभान, रामू, बलजीत, सुरेंद्र, महेंद्र जाखड़, अनिल शेषमा इत्यादि मौजूद थे।

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