दान करने से कभी भी खजाने खाली नहीं होते

गाय को माता का दर्जा दिया , इसका दूध अमृत के समान, गौ माता ब्रम्हांड का सर्वश्रेष्ठ जीव ही नहीं, है पालनहार

फतह सिंह उजाला

पटौदी। गायों के पालन पोषण के लिए नेक कमाई में से दिए दान से कभी खजाने खाली नहीं होते । गाय का माता का दर्जा दिया गया है, इसका दूध अमृत के समान तो है ही साथ में इसके मूत्र को दवा के रुप में लेने से सभी रोगों से मुक्ति भी मिलती है। किसी भी शुभ कार्य से पूर्व रसोई में गाय के गोबर से चैका लीप कर कार्य किया जाये तो घर की सभी विपरित किरणों का विनाश होता है।

यह बात वरिष्ठ समाजसेवी एवं गांव सैदपुर मौहम्मदपुर के पूर्व सरपंच तोता राम शर्मा ने दक्षिण हरियाणा की सबसे बड़ी गौशाला फर्रुखनगर प्रांगण में आयोजित 113वे वार्षिक सम्मान समारोह के दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारम्भ करने के उपरांत गौ भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने बताया कि गौ माता के चारे, दवाई, उपचार, रखरखाव की छाया आदि व्यवस्थाओं की पूर्ति के लिए गौ भक्तों द्वारा दिया गया दान ही उपयोग में लिया जाता है। जिस प्रकार बूंद बूंद से सागर भर जाता है उसी प्रकार आप जैसे दानियों द्वारा दिया गया सहयोग गौशालाओं के सफल संचालन में उपयोगी साबित होता है।

बेसहारा गऊ माता के लिए थोडी-थोड़ी कोशिश करके पुण्य की प्राप्ति की जा सकती है। गौ भक्तों के मनोरंजन के रागनी कम्पीटीशन और भंडारे का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर श्री गौशाला प्रबंधन कमेटी के प्रधान विक्रम सिंह, प्रबंधक महीपाल चैहान, गौशाला आयोग के सदस्य कूकू धनखड, श्री महंत बाबा निर्माणपुरी, पूर्व चेयरमैन श्रीपाल चैहान जाटौली, चैधरी बलबीर सिंह सहरावत, मुबारिकपुर, डा. राम कंवार मुंडाखेडा, बिजेंद्र सिंह गुलिया पेलपा, लम्बरदार जगदीश लगरपुर, पूर्व प्रधान भरत सिंह, मलखान सिंह, छत्तर सिंह पोसवाल, राजकुमार शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा खैंटावास, पंडित उदय चंद जगदमनी फतेहपुरिया, श्रीपाल कारौला, पूर्व सरपंच राज सिंह डूमा, राम कंवार यादव, डा. कर्ण सिंह, ओमपाल चैहान जाटौली, सुभाष चंद, राव बिश्म्बर दयाल थानेदार आदि मौजूद थे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!