भिवानी/धामु

 देश भर में तीन कृषि कानूनों का जमकर विरोध हो रहा है। एक तरफ जहां किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में कोई कसर नहीं छोड़ रहे तो कही कृषि कानूनों के खिलाफ धरने प्रदर्शन किए जा रहे है। इसी के तहत कस्बा तोशाम में आज बुधवार को कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां फूंकी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग की।

इस अवसर पर राजेश कुमार पप्पू, भागू पंघाल, राजेश श्योराण छाना, सुरेन्द्र पंघाल, संदीप पघाल, दयानन्द होलदार मौजूद रहे। किसानों ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है, पर सरकार अन्नदाता की माली हालत को सुधारने की बजाय कृषि सिस्टम को कॉरपोरेट को सौंप रही है। जिससे किसान तो खत्म होंगे ही। उसके बाद एक एक कर व्यापारी, मंडी व बीपीएल परिवार खत्म होंगे और एक दो साल बाद फिर आम जनता को दो जून की रोटी के लाले पड़ जाएंगे। इन हालातों में देश में केवल बहुत उच्च वर्ग और बहुत निम्न वर्ग ही बचेगा। रोजग़ार तो दूर लोगों को रोटी के लिए लाले पड़ जाएंगे। उन्होने सरकार से मांग की कि ये तीनों क़ानून रद्द कर सरकार को किसानो की हालत सुधारने पर ज़ोर देना चाहिए।  

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