भिवानी/मुकेश वत्स तीन काले कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चले रहे अनिश्चितकालीन धरने के लिए जिला के गांव तालु से रविवार को राहत सामग्री का दूसरा जत्था रवाना किया। राहत सामग्री जत्था किसान नेता जागेंद्र तालु ने अमन तालु के नेतृत्व में रवाना किया गया। इस मौके पर किसान नेता जोगेंद्र ताुल ने कहा कि जब किसानों की मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक गांव में भाजपा व जजपा के नेताओं का बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून किसान विरोधी हैं, जिससे किसान इन कानूनों से पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। केंद्र सरकार को शीघ्र ही किसानों की मांग को मानते हुए तीनों कृषि कानून रद्द करने चाहिए। उन्होंने कहा कि विपरीत मौसम में भी किसानों का हौंसला कम नहीं हुआ है, जब तक तीनों काले कानून वापिस नहीं होंगे और एमएसपी की गारंटी नहीं मिलती, तब तक किसान वापिस नहीं लौटेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों की दलाल बनी है और उसका आम जनता की तरफ कोई ध्यान नहीं है। आज लगभग 50 दिन हो चुके है और 60 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में अपनी शहादत दे चुके हैं, परन्तु सरकार किसानों की मांगों के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखा रही। Post navigation खत्म हो चुकी है भाजपा-जजपा सरकार की सियासी जमीन- सांसद सुशील गुप्ता रेल सेवाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए रेल मंत्री के नाम स्टेशन मास्टर को ज्ञापन