किसानों ने धरनास्थल पर चौधरी छोटूराम और राजा नाहर सिंह को किये श्रद्धासुमन अर्पित चरखी दादरी जयवीर फोगाट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों का उत्थान करने वाले चौधरी छोटूराम से सीख लेनी चाहिए। यह बात वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चित कालीन धरने पर चौधरी छोटूराम की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि शासक का काम पूंजीपतियों के पोषण और जनता के शोषण का नहीं है। चौधरी छोटूराम ने किसानों की भलाई के लिए अनेक काम किये उनके ठीक विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल अपने चहेतों की पौ बारह करने पर जुटे हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम ने नोटिफाइड एरिया में मार्केट कमेटियों का गठन करवाया जिससे मंडियां बनी और किसान को फसलों की एमएसपी मिलनी शुरू हुई। इसके साथ कर्जा माफी का श्रेय भी छोटूराम को जाता है। जिन्होंने ये तय करवाया कि मूलधन से दुगुनी रकम वापिस करने पर ऋणी ऋण मुक्त समझा जाएगा और किसान के दुधारू पशु, ऊंट, रहड़े व घेर की नीलामी नहीं होगी। जो जमीन 1901 से लेकर 1937 तक गिरवी थी उनकी मुफ्त वापसी छोटूराम की देन है। पानी की कमी को महसूस कर उन्होंने भाखड़ा बांध परियोजना को अमलीजामा पहनाया। वक्ताओं ने कहा कि छोटूराम किसानों का दर्द समझते थे वहीं आज के सत्ताधारी अम्बानी- अडानी जैसे पूंजीपतियों के हाथ खेल रहे हैं। यही वजह है कि उन्हें दिल्ली के चारों ओर बैठे लाखों किसानों की पीड़ा नहीं दिख रही। पर वो भूल रहे हैं कि जिस कुर्सी पर वो हैं वह किसानों की ही बदौलत है। धरने पर पंहुचे महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडु ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून बड़े कारोबारियों के इशारे पर बनाए हैं और सभी वर्गों में इसको लेकर भारी रोष है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने बड़े मालगोदाम बनाने के लिए जो सीएलयू दी हैं उसमें करोड़ों का गोलमाल किया है। दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप 40 के प्रधान सोमबीर सांगवान किसान आम जनमानस के सहयोग से आरपार की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्दी तीनों काले कानून वापिस ले एमएसपी की गारंटी देनी चाहिए वर्ना 26 को दिल्ली की किसान परेड सरकार हो हिलाकर रख देगी। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर खाप 40 सांगवान के सचिव नरसिंह डीपीई, खाप फौगाट के प्रधान बलवंत नंबरदार, खाप 25 श्योराण सर्वजातीय के प्रधान बिजेंद्र बेरला, चौधरी छोटूराम और अम्बेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह, सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के रत्तन जिंदल, भाकियू लोकशक्ति के जगबीर घसोला, युवा कल्याण संगठन के कमल प्रधान के संयुक्त संयोजन में दिए जा रहे अनिश्चित कालीन धरने के सोलहवें दिन भी टोल फ्री रहा। धरनास्थल पर चौधरी छोटूराम के साथ राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिन्होंने मौत की परवाह किए बगैर अंग्रेजों के दांत खट्टे किये थे मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश और धर्मेन्द्र छपार ने किया। इस अवसर पर अर्जुन अवार्डी आसन कुमार, सुरजभान सांगवान, राजू मान, कमल सिंह मांढी, रणधीर घिकाड़ा, रघुबीर श्योराण, सीताराम शर्मा, दलीप सांगवान, दलबीर गांधी, रामचंद्र पूनियां, सुरेंद्र कुब्जानगर, बलजीत फौगाट, सूशील धानक, प्रीतम चेयरमैन, सुभाष यादव, बलबीर बजाड़, नरेंद्र पूर्व सरपंच, मास्टर होशियार सिंह, नरवेंद्र मांढी पूर्व सरपंच, कृष्णा सांगवान, राजेश झोझू, जमात अली, पवन श्योराण, शमशेर फौगाट, बलवान पार्षद, सोमबीर सिंह, अनिल शेषमा इत्यादि मौजूद थे। Post navigation किसानों-मजदूरों को गुलाम बनाने वाली साजिश को बर्दाश्त नही करेंगे: सीटू सर्व कर्मचारी संघ उतरा किसानों के समर्थन में