एमएलए जरावता ने कृषि कानूनों पर विस्तार से की चर्चा. जागरूक किसानों ने कृषि कानूनों का किया समर्थन. नीमराणा वाटिका के किसान संगोष्ठी का आयोजन फतह सिंह उजाला पटौदी । एक तरफ तो देश भर में विभिन्न किसान संगठनों के द्वारा केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों सहित बिजली अध्यादेश का विरोध जारी है । इसी कड़ी में गुरुवार को देशभर में केंद्र सरकार के कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर किसानों के द्वारा ट्रैक्टर मार्च किया गया । यह ट्रैक्टर मार्च केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का प्रोटेस्ट था। लेकिन इसी प्रोटेस्ट के विपरीत पटौदी में ही जागरूक किसानों के द्वारा केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का सपोर्ट किया गया । इसी कड़ी में नीमराना वाटिका में किसान क्लब के चेयरमैन राव मानसिंह डाबोदा के नेतृत्व में एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस समारोह में पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकित की। इस मौके पर पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने केंद्र की बीजेपी सरकार के द्वारा लागू कृषि कानूनों के साथ-साथ केंद्र सरकार की कृषि योजनाओं पर विस्तार से अपनी बात कही । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा जो भी नए कृषि कानून लाए गए हैं वह पूरी तरह से किसानों के हित में ही है । देश के विभिन्न हिस्सों में जागरूक और प्रगतिशील किसानों के द्वारा केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का दिल खोल कर समर्थन भी किया जा रहा है । नए कृषि कानूनों से किसानों को आने वाले समय में लाभ मिलना निश्चित है । लेकिन केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को पूरी तरह से नहीं समझने की वजह से किसानों के बीच में गलतफहमी भी बनी हुई है । वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल और विपक्षी दलों के नेता जिनके पास आज किसी भी प्रकार का कोई भी मुद्दा बाकी नहीं रह गया है , वही किसानों के कंधे पर बंदूक रख कृषि कानूनों को लेकर किसानों को बरगलाते हुए भड़काने का काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा की केंद्र सरकार लगातार कृषि कानूनों को लेकर असंतुष्ट और आंदोलनकारी किसान संगठनों और उनके प्रतिनिधियों से बातचीत करती आ रही है । जिससे कि कृषि कानून के बारे में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों सहित किसानों को कृषि कानूनों के बारे में जो भी कोई गलतफहमी है , उसे दूर कर समस्या का समाधान किया जा सके । एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने कहा कि यदि फिर भी नए कृषि कानूनों से किसी भी प्रकार से कृषि और किसानों का अहित होता है , तो संविधान में यह प्रावधान है कि जो भी कोई कानून लागू किया गया उसमें संशोधन भी किया जा सकता है या फिर ऐसे कानून को पूरी तरह से बदला भी जा सकता है । वहीं इसी मौके पर किसान क्लब के चेयरमैन राव मानसिंह डाबोदा के द्वारा बदलते समय और समय की मांग को देखते हुए समारोह में मौजूद किसानों का आह्वान किया गया कि किसानों को जैविक खेती पर अधिक ध्यान देना चाहिए । इस मौके पर फरीद खान, सरदार महेंद्र सिंह, श्री कृष्ण कौशिक, संदीप चैहान, पूर्व मैनेजर ओंकार सिंह, हेली मंडी नगरपालिका के वाइस चेयरमैन विक्रांत चैहान विकी, महेंद्र सिंह चंदेल, शेर सिंह चैहान, रामानंद ठाकरान, मुख्त्यार सिंह, दयाराम दाबोदा, कैप्टन रतिराम के अलावा गांव वजीरपुर , अलीपुर, घामड़ोज, हरचंदपुर , चोमा , डाबोदा, माकडोला, मौजाबाद, जसात, बोहड़ाकला, टिकली, गैरतपुर सहित अन्य गांवों के किसान भी मौजूद रहे। Attachments area Post navigation पातली सीमा क्षेत्र में केएमपी सुपर एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टर मार्च किसान कानून की मांग ही नही करे तो क्यों थोप रहे: शैलजा