किसान ट्रैक्टरों पर बैठ पलवल धरना स्थल की ओर रवाना, टाल-मटोल रैवेये पर केंद्र की सरकार को जमकर कोसा फतह सिंह उजालापटौदी । केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के सर्मथन में गुरुवार को फर्रुखनगर क्षेत्र के अनेकों किसानों ने हाथों में किसान यूनियन का ध्वज थामे ट्रैक्टर रैली निकाली और करीब दो घंटे तक पातली गांव की सीमा क्षेत्र में केएमपी सुपर एक्सप्रेस-वे पर शांति पूर्वक धरना प्रर्दशन किया। किसानों ने केंद्र सरकार सहित कृषि कानून विरोधी नारे भी लगाये। साथ ही किसान आंदोलन को लेकर अभी तक केंद्र के पैरोकार मंत्रियों के टाल-मटोल रैवेये पर सरकार को जमकर कोसा। धरने के उपरांत किसान ट्रैक्टरों पर बैठ कर पलवल धरना स्थल की और रवाना हो गए। ट्रैक्टर रैली व धरना प्रर्दशन के दौरान किसान रोड जाम ना कर दे इससे पहले ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी। यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चलता रहा। विभिन्न किसानों ने किसान आंदोलन का सर्मथन करते हुए कहा कि केंद्र सहित राज्य की सरकार के विरुद्ध भी अब जिला गुरुग्राम के किसान लाम्बंद होने लगे है। किसान ट्रैकटर मार्च में पूरे प्रदेश से एकत्रित हो रहे किसान इस बात का प्रतीक है कि सरकार किसानों के साथ किसान बिल पारित करके कुठाराघात कर रही है। प्रदेश ही नहीं पूरे देश के किसानों में सरकार के प्रति रोष बना हुआ है। एक तरफ तो सरकार किसानों को अन्नदाता का दर्जा देती है और दूसरी तरफ काला कानून पास करके उन्हें धरना प्रर्दशन, आत्म हत्या के लिए मजबूर कर रही है। कोरोना काल में अगर किसान के खेतों में गेंहू , सरसों, मौसमी सब्जियों की फसल तैयार नहीं होती तो देश के हालात कितने जटिल और विपरित होते ? मार्केट में अन्न, व अन्य खाद्य सामग्री की काला बाजारी होती है। लोगों को अन्न के दाने के भी लाले पड़ जाते। सरकार धरती पुत्रों को कैसे इस कडकती ठंड में धरने पर मरने के लिए छोड़ सकती है ? कुछ स्वार्थी लोग ओच्छी राजनीति करके किसानो में फूट डालने के कार्य में जुटे हुए है। लेकिन आज किसान अपने अच्छे बुरे को भली प्रकार से जानता है, वह किसी के बहकावे में ना आकर सरकार के किसान विरोधी काले कानून के विरोध में बैठे किसानों के साथ खडे़ है। इस मौके पर दोहली संर्घष समिति के संस्थापक कृष्ण पंडित पातली, चेयरमैन राजबीर शर्मा सैहदपुर, धर्मपाल प्रधान पातली, किसान नेता राव महेंद्र सिंह पूर्व सरपंच डाबोदा, किसान नेता चैधरी ईश्वर पहलवान, पूर्व निगम पार्षद अटलवीर कटारिया, कंवर सिंह, खेमराम लम्बरदार, राव भोजराज खैंटावास, नहार सिंह, राव धर्मसिंह माजरी, चैधरी दिलबाग सिंह, होशियार सिंह, राम भगत, तेजपाल, अनिल लम्बरदार, बालकिशन, नरेश कुमार पातली, जयपाल, मूलचंद, राजपाल लम्बरदार, सुनील कुमार, मातू राम सहित अन्य किसान भी मौजूद रहे। Post navigation पटौदी 786 क्रिकेट क्लब को ट्रॉफी व 21 हजार रुपए केंद्र के कृषि कानून…देशभर में प्रोटेस्ट और पटौदी में किसानों द्वारा सपोर्ट