राज्य स्तरीय संस्कार सम्मान समारोह का आयोजन’ रमेश गोयतपंचकूला 4 जनवरी। -हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों, पैनल अधिवक्ताओं, पैरा लीगल वालंटियर्स और डीएलएसए कर्मचारियों के अपने पहले राज्य स्तरीय संस्कार समारोह का आयोजन सेक्टर -14, के प्रशासनिक भवन में किया। समारोह का उद्देश्य विधिक सेवा प्राधिकरणों की टीम का मनोबल बढ़ाना और उनके द्वारा किए गए कार्यों और प्रयासों को सबके लिए न्याय के आदर्श वाक्य को प्राप्त करना था। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की न्यायाधीश एवं कार्यकारी अध्यक्ष एचएलएसए दया चैधरी ने समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरक्त करते हुए राज्य स्तर पर कुशल लेखा में सार्वजनिक प्रबंधन कौशल व सामाजिक योगदान, कुशल रिकॉर्ड रखने और कार्य में पहल करने में जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर गीता व क्लर्क सुमिंदर सिंह, एचएएलएसए और जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर श्रुति, एचएएलएसए को तीन अलग-अलग श्रेणियों में कार्य और आचरण, नौकरी के प्रति हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी घोषित कर पुरस्कृत किए। समारोह के दौरान न्यायाधीश दया चैधरी ने प्रतिभागियों के साथ अपने बहुमूल्य विचार और अनुभव साझंा करते हुए कहा कि कोविड ने विभिन्न स्तरों पर अदालतों और सरकारी विभागों के कामकाज को प्रभावित किया है और दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है कि वे जीवन में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उपयुक्त तरीके और साधन खोजें। इस तरह की कठिनाइयों और बाधाओं के बीच, विधिक सेवा प्राधिकरणों ने लगातार आगे बढ़कर कोविड-19 के कठिन समय में समाज के दलित वर्गों को सहायता प्रदान की है। उन्होंने यह भी कहा कि एक संस्था या संगठन एक टीम से बना है जो संगठन की सफलता और उपलब्धि के लिए दिन-रात काम करता है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी संस्था की सफलता उस संगठन के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और समर्पण का एक अंतिम परिणाम है। न्यायाधीश ने पैनल अधिवक्ताओं, पैरा लीगल वालंटियर्स और कर्मचारियों की भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा कि सभी कानूनी सेवाओं के अधिकारियों की कार्य योजना के प्रभावी निष्पादन के लिए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे केंद्र व राज्य सरकारों की योजनाओं और लाभों के बारे में न केवल अवगत करवाते हैं बल्कि कल्याणकारी योजनाओं से भी लोगों को जोड़ते हैं। पैनल अधिवक्ता, पीएलवी और कर्मचारी कानूनी सेवा संस्थानों के एक स्तंभ के रूप में काम कर रहे हैं, जो कानूनी सेवाओं के अधिकारियों के क्षेत्र में सुधार और विस्तार में मदद करते हैं। सभी के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि डीएलएसए के सचिव लगातार अपनी टीमों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं और प्रत्येक अवरोध को तोड़ने के विश्वास के साथ एक्सेस फॉर जस्टिस फॉर ऑल के आदर्श वाक्य को प्राप्त करने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उनकी दृष्टि, धारणा और प्रतिबद्धता है जिसने कानूनी सेवा संस्थानों को और नए लक्ष्य निर्धारित करने और उनकी उपलब्धि के लिए लगातार सेवा प्राधिकरण प्रयास करने में हलसा के साथ अपने अनुभव को साझा करना है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण ने कानूनी की शारीरिक गतिविधियों को पूरी तरह से रोक दिया, लेकिन तकनीक की मदद से, कानूनी सेवा संस्थान बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचे। पिछले कुछ महीनों में, एचएएलएसए ने हरियाणा राज्य में ऑनलाइन मध्यस्थता, ई-लोक अदालत, दैनिक ई-लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिससे पार्टियों को अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए एक आभासी मंच प्रदान किया जा सके, जिससे एचएएलएसए के प्रदर्शन में एक बड़ी सफलता मिली। कई सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जन जागरूकता की गई है। कार्यक्रम में हलसा ने अपने सार्थक प्रयासों और प्रतिबद्धता के लिए सर्वश्रेष्ठ डीएलएसए पैनल अधिवक्ताओं, पीएलवी व डीएसएलवी के कर्मचारियों के लिए विभिन्न श्रेणियों के तहत 19 पुरस्कारों की घोषणा अनुसार चयन हुआ। इनमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम, अंबाला, झज्जर, फरीदाबाद और सोनीपत को अलग-अलग श्रेणियों के तहत हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ डीएलएस को सम्मानित किया गया है। इनमें समग्र प्रदर्शन, मध्यस्थता, असाधारण सेवाएं, कानूनी सेवाएं प्रदान, सेवाओं, आउटरीच कार्यक्रमों, कोविड-19 में असाधारण कार्य और वार्षिक गतिविधियों के अलावा पेनल अधिवक्ता शामिल है। डीएलएसए गुरुग्राम सुजान सिंह, डीएलएसए कुरुक्षेत्र सुश्री दिव्या चुघ और डीएलएसए फरीदाबाद रविन्द्र गुप्ता को गुणवत्ता और प्रभावी कानूनी सेवाओं के प्रतिपादन के लिए हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। आउटरीच कार्यक्रम में अधिकतम योगदान और क्रमशः कोविड-19 के दौरान असाधारण कार्य के लिए पीएलवी अनिल कुमार हिसार और रीता, पीएलवी करनाल को क्रमशः हरियाणा में सामाजिक योगदान और कोविड-19 के दौरान असाधारण काम के लिए चुना गया है। लेखाकार धर्मेंद्र, झज्जर क्लर्क सतीश कुमार कुरुक्षेत्र, सहायक मीनू अंबाला, क्लर्क यशपाल, नारनौल, और क्लर्क प्रदीप कुमार करनाल को हरियाणा में डीएलएसए के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों के रूप में घोषित किया गया है। Post navigation किसानों पर लाठीचार्ज व आंसू गैस ! पंजाब व हरियाणा सरकारों का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ: योगेश्वर जिला को मिला पहला ई-वाहन-अतिरिक्त उपायुक्त