सभ्य समाज ने की कार्यवाही की मांग भिवानी/धामु ऐसा लगता है कि भिवानी शहर में बच्चों को अगुवा करने वाले गिरोह के लोग सक्रिय हो रहे हैं। बीते एक स्पताह में शहर मे बच्चों को अगुवा करने की तीन घटनाएं हो चुकी है। एक ताजा घटना सरकुलर रोड के समीप लगती बस्ती की है। इस बस्ती के एक परिवार का करीब 14 साल का लडक़ा बाजार से सामान लेकर घर जा रहा था। जैसे ही वो सरकुलर रोड से कुछ मीटर पहले फूलादेवी स्कूल के पास पहुंचा तो पीछे से किसी अजनबी ने उसको आवाज लगाई। लडक़े को नहीं लगा कि उसे भी कोई बोल सकता है, तो वो चलता ही गया। लेकिन आवाज़ लगाने वाले व्यक्ति ने दौड़ कर उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि उसने बाइक का सामान चोरी किया है। लडक़े ने बार बार मना किया तो उस व्यक्ति ने उसका हाथ पकड़ कर आगे खींचते हुए कहा कि वो बाइक वाले से बात कर ले। वो व्यक्ति उस लडक़े को लाइन पार जैन मुनि आश्रम की ओर ले जाने लगा। आगे सुनसान जगह देख कर लडक़े ने उससे किसी तरह अपना हाथ छूड़ा लिया और वापस भागा तो व्यक्ति भी उसके पीछे भागा। भागते हुए वह लडक़ा हनुमान गेट चौक पर जाने वाली सडक़ पर पहुंच गया कि अचानक उसे ठोकर लगी और वो गिर गया। वहां उसका चश्मा गिर गया। अब थोड़ा अंधेरा भी होने लगा था। लडक़े को धुंधला दिखाई दे रहा था पर वो दोड़ता जा रहा था। सडक़ पर दौड़ता देख उसे कुत्ते भोंकने लगे। एक दूकानदार ने उसे देख लिया तो उसने लडक़े का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वो घबराए नहीं। दुकानदार ने सोचा कि लडक़ा कुत्तों से डर कर भाग रहा है। दुकानदार की आवाज़ पर लडक़ा उसके पास पहुंच गया और पूरा किस्सा सुनाया। जब दुकानदार ने देखा तो पीछा करने वाला गायब था। दुकानदार ने लडक़ा को उसके घर तक पहुंचाया। लडक़े के पिता ने इस बारे पुलिस में रिपोर्ट भी लिखवा दी। सभ्य समाज के प्रधान धमेन्द्र जांगिड़ ने कहा है कि पुलिस प्रशासन को ऐसी संवेदनशील घटनाओं पर तुरन्त कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होने कहा कि अगर अजनबी व्यक्ति किसी बच्चें को अगुवा करने में सफल हो जाता है तो बच्चें से दुष्कर्म और हत्या की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता। Post navigation व्यापारियों ने किया किसानों के अनिश्चित कालीन धरने का समर्थन नप कर्मचारियों ने एडीसी को सौंपा ज्ञापन