किसानों की बदौलत ही बाजारों में रौनक : गुलशन डंग
प्रधानमंत्री अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न ना बनाएं और किसानों की सोचें : रणसिंह मान

चरखी दादरी जयवीर फोगाट.

बाजार में जो रौनक है यह किसानों की ही बदौलत है। यह बात राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने कितलाना टोल प्लाजा पर संयुक्त किसान मोर्चा के अनिश्चित कालीन धरने को समर्थन देते हुए अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि खेती और व्यापार एक दूसरे के पूरक हैं। अगर किसान खुशहाल होगा तो ही व्यवसाय फूलेगा और फलेगा। लेकिन केंद्र सरकार ने दोनों पर कड़ी चोट मारी है। इससे बचने के लिए आज किसान और व्यापारी को एक दूसरे का साथ देना बेहद जरूरी है।             

 जिला भिवानी और दादरी के व्यापारियों के साथ पहुंचे गुलशन डंग ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने कामधंधों को बर्बाद कर दिया। व्यापारी किसानों के सहारे से गुजर बसर कर रहे थे। लेकिन सरकार को वो भी रास नहीं आया और किसानों  को बड़े घरानों का दास बनाने के लिए तीन कृषि कानून ले आए। इन कानूनों से किसानों और व्यापारी दोनों पर बड़ी मार पड़ेगी। मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी। आढ़त का काम करने वाले व्यापारियों को दो जून की रोटी मिलनी मुश्किल तो होगी ही एमएसपी की गारंटी ना होने से किसान को अपनी फसल बड़ी कंपनियों को औने पौने दामों में बेचनी पड़ेगी। बाजार उजड़ जाएंगे और बड़े घराने स्टॉक इक्कठा कर लेंगे जिससे महंगाई सिर चढ़कर बोलेगी। उन्होंने कहा कि कहा कि इस संकट की घड़ी में प्रदेश का व्यापारी वर्ग किसानों के साथ खड़ा है और उनके कंधे से कंधा मिलाकर तीन काले कानूनों के खिलाफ चल रही ये जंग जरूर जीतेंगे।                 

 इस अवसर पर उपस्थित पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मसले में अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 40 दिन से कंपकपा देने वाली ठंड के बीच किसान आंदोलन में 50 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं और लाखों किसान दिल्ली बॉर्डर और विभिन्न टोल पर अपनी जायज मांगों को लेकर धरनारत हैं। समझदारी इसी में है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहल करके किसानों की तीन कृषि कानून रद्द करने के साथ एमएसपी की गारंटी देने और विद्युत अधिनियम 2020 वापिस लेने की मांगें पूरी करें। किसान आंदोलन को सभी वर्गों का साथ मिला है यही वजह है कि यह अब जनांदोलन बन गया है जो अब लक्ष्य हासिल करने तक जारी रहेगा।             

  संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर खाप 40 सांगवान के सचिव नरसिंह डीपीई, खाप फौगाट के प्रधान बलवंत नंबरदार, खाप 25 श्योराण सर्वजातीय के प्रधान बिजेंद्र बेरला, भारतीय किसान यूनियन के प्रधान जगबीर घसोला, चौधरी छोटूराम और अम्बेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण, किसान सभा के करतार ग्रेवाल, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह,  सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के सज्जन सिंगला के संयुक्त संयोजन में दिए जा रहे अनिश्चित कालीन धरने के ग्यारहवें दिन भी टोल फ्री रहा। किसान नेताओं ने कहा कि किसान ना झुकेंगे ना पीछे हटेंगे और अपने हक लेकर रहेंगे। धरने पर महिलाओं की भी उल्लेखनीय भागेदारी रही।               

 धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस मौके पर सुरेंद्र परमार, नरेंद्र फरटिया, व्यापार मंडल के देवराज मेहता, प्रेम धमीजा, साहिल मंगू, प्रवक्ता रामावतार तायल, जितेंद्र कपूर, राजू मान, कमल प्रधान, धर्मेन्द्र छपार, रत्तन सिंह नीमड़ीवाली, सुरजभान सांगवान झोझू, प्रीतम चेयरमैन, पूर्व सरपंच नरेंद्र फतेहगढ़, राजपाल सांगवान, सुरेश फौगाट, बलवान पार्षद, कृष्ण फौगाट, रामचंद्र, सत्यवान, राकेश आर्य, दिलबाग गिल, मजदूर नेता कृष्ण कुमार, जयभगवान सेठ, कृष्णा सांगवान, ओमप्रकाश दलाल, फूलचंद, नरदेव, प्रोफेसर राजेंद्र डोहकी, भागमल सांगवान, सुरेश बडेसरा इत्यादि मौजूद थे।

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