एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार को लिखित शिकायत सौपी. आधा दर्जन के करीब लोग भगवान को प्यारे हो चुके. गति रोधक या लोहे के बेरीकेट लगाने की मांग

फतह सिंह उजाला
पटौदी। गुरुग्राम-वजीरपुर-फर्रुखनगर मार्ग पर खैंटावास बस अडडा  चौराहे   पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए खैंटावास के ग्रामीणों ने एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार को लिखित शिकायत सौंपते हुए गति रोधक या  लोहे के बेरीकेट लगाने की मांग की। साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी भी दे डाली की अगर उनकी शिकायत पर कोई अमल नहीं हुआ तो ग्रामीण सड़क जाम के लिए मजबूर हो सकते है।

एसडीएम पटौदी को सौंपी शिकायत में परमजीत सिंह यादव, बीजेपी मंडल अध्यक्ष दौलत राम गुर्जर, पूर्व सरपंच बलराज यादव, अमित कुमार, सुनिल कुमार यादव, पूर्व चेयरमैन राव सजीत सिंह खैँटावास, देशराज प्रधान, राजेश कुमार, सतपाल सिंह आदि ने बताया कि जब से सरकार द्वारा वजीरपुर से फर्रुखनगर तक की सडक को चार लाइन का किया है ,तब से इस मार्ग पर वाहनों की गति थमने का नाम नहीं ले रही है। फराटे भरती गाडियों के कारण आये दिन खैंटावास बस अडडे पर बने चैराहे पर सड़क हादसे हो रहे है। सड़क दुर्घटना में दर्जन भी वाहन चोटिल होकर अस्पताल में उपचाराधीन है तो आधा दर्जन के करीब भगवान को प्यारे हो गए है।

चैराहे पर गति रोधक बनवाने, लोहे के बेरीकेट लगाने के लिए विधायक व सम्बधित विभाग के आला अधिकारियों तक मांग कर चुके है। लेकिन अधिकारी किसी बड़ी दुर्घटना होते देखना चहाते है। उन्होंने बताया कि यह चार गांवों खैंटावास, सैहदपुर, पातली, हाजीपुर आदि आदि का मुख्य केंद्र बिंदू है। खैंटावास में इंजिनियरिंग कॉलेज, राजकीय वरिष्ठ माध्ययमिक विद्यालय होने के कारण छात्रोँ का भी आवागमन लगा रहता है। उन्होंने बताया कि बढते सड़क हादसो के कारण ग्रामीण काफी परेशान है। अधिकारी सुनते नहीं है। वह नहीं चहाते की कानून हाथ में लिया जाये। लेकिन अधिकारियों की कुभकरणी नींद उन्हे धरना प्रर्दशन व रोड जाम के लिए विवश कर सकती है। एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह लोक निर्माण विभाग के सम्बधित अधिकारियों से वार्ता करते नियम अनुसार जो भी मदद हो सकेगी करेंगें। 

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