इलाकाबंदी को लेकर दो गुटों में चल रहे विवाद का किया समाधान. नकली किन्नरों को किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा. किन्नर समाज को एकजुट करने के लिए वह प्रयासरत फतह सिंह उजाला पटौदी। लम्बे समय से जिला गुरुग्राम में किन्नरों के बीच इलाकाबंदी को लेकर दो गुटों में चल रहा विवाद का आपसी समझौते से समाधान हो गया है। हरियाणा की महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा एवं पटौदी फर्रुखनगर की डेरा प्रमुख महामंडलेश्वर श्री महंत बुलबुल, नंदगिरी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि किन्नर समाज को एकजुट करने के लिए वह प्रयासरत है। लेकिन कुछ किन्नर समाज के सदस्य व्यक्तिगत स्वार्थ को साधने के लिए एक दूसरे के इलाके में बधाई मांग कर आपसी भाईचारे को खराब करने का कार्य कर रहे है। ऐसे किन्नरों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कार्रवाई के लिए सम्बंधित थानों में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वहीं कुछ ऐसे भी लोग है किन्नर समाज को बदनाम करने के लिए नकली किन्नर बन कर बधाई मांगते है । ऐसे किन्नरों को किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा।उन्होंने बताया कि किन्नर समाज में पूरे हरियाणा की सबसे बडी गद्दी फर्रुखनगर डेरा है। जो काफी पुराना डेरा है। उनके पास जिला गुरुग्राम आदि इलाके के सभी कागजात है। लेकिन कुछ किन्नर उनके क्षेत्र में बधाई मांग कर आपसी विवाद करने के अलावा उनके ही डेरे के किन्नरों को दबंग किस्म के लोगों से जान से मारने की धमकी देने के साथ-साथ त मारपीटाई तक भी करने लगे थे। जिसके चलते उन्होंने मानेसर सेक्टर 7 के थाने में शिकायत दी थी। लेकिन किन्नर समाज के प्रमुख सदस्यों की मौजूदगी में उन्होंने बिटिया हाजी किन्नर गुरु राधा बाई के साथ आईएमटी मानेसर क्षेत्र का फैंसला कर कर लिया है। फर्रूखनगर और झाड़सा का विवाद जारी किन्नर अखाड़ा हरियाणा की महामंडलेश्वर बुलबुल के मुताबिक उनके डेरे के किन्नरों को बदमाशों से धमकी दिलवाने तथा लड़ाई झगड़ा करने वाले रेशमा गुरु धन्नों किन्नर झाड़सा से उनका विवाद अभी जारी है। झाड़सा के किन्नरों और फर्रुखनगर के किन्नरों के बीच इलाके को लेकर विवाद चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि पूरा गुरुग्राम इलाका फर्रुखनगर डेरे के किन्नरों का इलाका है। उनके पास सैंकड़ों वर्ष पुराने दस्तावेज है। लेकिन कुछ दंबग किस्म के किन्नर इलाके पर गुंडों के दम पर कब्जा करने की मंशा रखते ऐसे लोगों के मंसूबे उनके रहते कभी पूरा नहीं होने दिए जाएगें। उनके खिलाफ न्यायलय में में भी याचिका डाली हुई है। Post navigation रहस्यमय तरीके से बाजरे की पूली जली अब एसवाईएल के लिए सड़को पर आये अहीरवाल के नेता