भारत सारथी जुबैर खान नूंह

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा मांगने वालों को बता दें कि इस्तीफा किसानों की समस्या का हल नहीं है। किसानों के मसले पर न कभी दुष्यंत चौटाला पीछे हटे है और न ही हमारी पार्टी जेजेपी।यह जगजाहिर है। जब कभी किसान को लेकर कोई बात होती है तो दुष्यंत उनकी हिमायत के लिए सबसे आगे खड़े मिलते है।चाहे किसानों के हक के लिए ट्रैक्टर को संसद ले जाने की बात हो या अब केंद्रीय मंत्रियों से उनके मुलाकात का दौर। यहीं नहीं चाहे फसल खरीद की बात हो या उनके भुगतान की, उसमें भी दुष्यंत चौटाला सबसे आगे आकर बोलते है और किसानों के हक में उनके लिए काम भी करते है। हमें यह भी विश्वास है कि इस किसान समस्या का हल भी उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा ही जल्द निकाला जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार व किसान के बीच मध्यस्थता का भी प्रस्ताव रखा है।

यह बात जेजेपी अल्पसंख्यक सैल के प्रदेशाध्यक्ष मोहसिन चौधरी ने किसान आंदोलन पर अपने विचार रखते हुए कही।जेजेपी नेता मोहसिन चौधरी ने बताया कि सरकार और किसानों के बीच छह दौर की बातचीत हुई है, किसानों के अधिकतर सुझाव केंद्र ने लिखित में माने है।जिन पर गतिरोध उन पर केंद्र बातचीत के लिए तैयार है।,बातचीत से ही समाधान संभव है। वैसे भी केंद्र सरकार लिखित में एमएसपी की गारंटी देने को तैयार है। किसानों की समस्याओं के हल के लिए सरकार बातचीत के अवसर के द्वार खोल निरंतर न्यौता दे रही है।जेजेपी किसान हितेषी पार्टी है और किसान हित के साथ कभी भी कोई खिलवाड़ नहीं होने देगी। जिला प्रवक्ता एडवोकेट राहुल जैन ने कहा कि हमारी अपील है कि किसान यूनियन नेता आपस में सहमति बनाएं और केंद्र के नेताओं से बात करें। जरूर सहमति बन जाएगी।