27 दिसंबर को बहल में मुख्यमंत्री रैली का किया जाएगा बहिष्कार

भिवानी/शशी कौशिक

तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। इसी के तहत किसानों ने अब 27 दिसंबर को बहल में होने वाली मुख्यमंत्री की रैली का बहिष्कार किए जाने का निर्णय लिया है। किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान 26 नवंबर से दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे है तथा मोदी सरकार किसानों से बातचीत की बजाए एकता को कुचलने का कार्य कर रही है। सरकार के मंत्री किसानों को आतंकवादी, पाकिस्तानी, खलीस्तानी, देशद्रोही बता रहे हैं, जबकि अन्नदाता अपने हकों की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि केंद्र की सरकार कारपोरेट घरानों के इशारे पर ये कानून रदद नहीं करना चाहती है। किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि आंदोलन के तहत 25, 26 व 27 दिसंबर को प्रदेश में सभी टोल को फ्री किया जाएगा तथा 27 दिसंबर को बहल में होने वाली मुख्यमंत्री की रैली का भी बहिष्कार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी भी दी कि जब तक काले कानून रद्द नहीं किए जाते, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।

error: Content is protected !!