बीते माह 11 नवंबर को सीएम खट्टर ने दिये संकेत.
अब जिला गुरूग्राम में एक नहीं दो नगर निगम होंगे

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 एमएलए एडवोकेट जरावता ने सीएम खट्टर का ध्यान विशेष रूप से इस तरफ दिलाया था कि जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित औद्योगिक क्षेत्र मानेसर और साथ लगते लगभग 20 गांवों की आबादी 5 लाख के करीब है । यहां की पंचायतें सही प्रकार से आबादी के बोझ को देखते हुए स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य ,शिक्षा, चिकित्सा व अन्य प्रकार की जन सुविधाओं का संचालन सही प्रकार से नहीं कर पा रही है । ऐसे में विश्व पटल पर पहचान रखने वाले औद्योगिक क्षेत्र मानेसर को अलग से नया नगर निगम बनाने की भविष्य को ध्यान में रखते हुए नितांत आवश्यकता है । नगर निगम बनने के बाद मानेसर के साथ-साथ आसपास के ग्रामीणों को समेकित और समुचित सरकार की तमाम  विकास योजनाओं का भरपूर लाभ मिलेगा । जीवन स्तर में सुधार होगा और मानेसर नगर निगम बनने के बाद आम जनमानस को लाभ मिलना निश्चित है । अंततः विधायक जरावता की इस मांग पर सैद्धांतिक रूप से सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा एक प्रकार से अपना प्रस्ताव सहित सुझाव रखते हुए इस बात के संकेत दे दिए हैं कि आने वाले समय में मानेसर नगर निगम बनना तय है ।

हरियाणा सरकार ने जिला गुरुग्राम में नए नगर निगम, मानेसर का गठन करने का निर्णय लिया है, जिसमें साथ लगते 29 गाँवों को शामिल किया जाएगा। इस आशय का निर्णय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। नवसृजित नगर निगम मानेसर की सीमा में शामिल किए जाने वाले 29 गाँवों में मानेसर (ग्रामीण एवं शहरी), कासन, खोह, नाहरपुर कासन, नवादा, फतेहपुर, ढाणा, बास कूसला, बास हरिया, कांकरोला, भांगरोला, ढोरका, वजीरपुर, बढ़ा, सिकंदरपुर रामपुर (गाँव शिकोहपुर की राजस्व सम्पदा में स्थित), शिकोहपुर, नखड़ोला, बार-गुज्जर, नौरंगपुर, मेवका, हयातपुर, सहरावन, नैनवाल, कुकड़ोला, झुंड सराय(वीरान), झुंड सराय(आबाद), फाजलवास, गोपालपुर और गढ़ी-हरसरू शामिल होंगे। नए नगर निगम, मानेसर में इन 29 गांवों को शामिल किए जाने पर तीन लाख की न्यूनतम आबादी के आवश्यक मानदंडों को पूरा किया जा सकेगा। वर्तमान सीमाओं के अनुसार इस नए निगम का कुल क्षेत्रफल 124.32 वर्ग किलोमीटर होगा।

राजनीतिक विरोधियों को झटका !

हरियाणा में 11वें नगर निगम और जिला गुरुग्राम में दूसरे नगर निगम, मानेसर नगर निगम बनने के साथ ही इस बात से इंकार नहीं की पटौदी के एमएलए सत्य प्रकाश जरावता के राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ विपक्षी दल के नेताओं को जोर का झटका धीरे से लगना स्वाभाविक है । लगभग 1 साल के अल्प कार्यकाल के दौरान मानेसर जैसे औद्योगिक क्षेत्र और आसपास के गांवों को मिलाकर नगर निगम बनवाया जाना राजनीतिक नजरिए से, प्रशासनिक नजरिए से व अन्य कारणों से अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि ठहराया जा रहा है । यह बात किसी से भी नहीं छुपी हुई है कि एमएलए जरावता का केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान से ही लेकर कथित राजनीतिक 36 का आंकड़ा चला आ रहा है । वही एमएलए जरावता के राजनीतिक सरपरस्त और उनके मार्गदर्शक पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह तथा राव इंद्रजीत सिंह के बीच भी राजनीतिक 36 का आंकड़ा किसी से छिपा नहीं रह सका है। चुनाव के दौरान भी जो मदद राव नरबीर सिंह के खेमे से मिली, वह मदद कथित रूप से केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के खेमे और उनके समर्थकों की तरफ से नहीं मिल सकी ?

पटौदी को जिला बनवाने की दावेदारी 

 ऐसे में बीते 1 वर्ष के कार्यकाल के दौरान एमएलए जरावता के द्वारा करवाए जा रहे कार्यों और विभिन्न परियोजनाओ को लेकर  कहीं जा रही बातों पर कांग्रेस पार्टी के ऐसे नेताओं के द्वारा भी समय-समय पर कटाक्ष किए गए, जोकि अभी से ही एमएलए बनने का सपना अपने मन में पाले हुए हैं । बहरहाल एमएलए एडवोकेट जासवता के मुताबिक ऐसी परियोजनाओं को पटौदी क्षेत्र में धरातल पर लाने के लिए प्रयासरत हैं, जिनकी बदौलत आने वाले समय में पटौदी को जिला बनवाने की दावेदारी हरियाणा प्रदेश में सबसे अधिक मजबूत बन सके और उनका यह प्रयास रहेगा कि इसी कार्यकाल के दौरान पटौदी को नया जिला बनवाकर इलाके के लोगों के सपने को साकार किया जाए । क्योंकि पटौदी को जिला बनाने की मांग भी बीते 15 वर्षों से समय-समय पर उठाई जाती रही है।

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