उपवास कार्यक्रम में महिला मोर्चा की जिला प्रधान को मंच पर नहीं दिया गया स्थान, जिला पदाधिकारियों की सूची से विधायक और सांसद समर्थक नहीं संतुष्ठ, जिला मीडिया प्रभारी की नियुक्ति पर टीकी सभी की निगाहें

ईश्वर धामु

भिवानी।  एसवाईएल के पानी को लेकर भाजपा का किसानों के नाम पर 19 दिसम्बर के उपवास ने जंहा राजनैतिक गलियारों में चर्चाएं पैदा कर दी, वहीं भिवानी जिला भाजपा इकाई में भी असंतोष भर दिया। अभी भाजपा के भिवानी मंडल के पदाधिकारियों की सूची से उपजा असंतोष को जिला भाजपा इकाई कंट्रोल कर भी नहीं पाई थी कि उपवास के दिन मंच पर बैठने को लेकर पदाधिकारियों में नाराजगी हो गई।

मिली जानकारी को लेकर उपवास के दिन कार्यक्रम में कृषिमंत्री जेपी दलाल को रहना था। अब हर पदाधिकारी की इच्छा रही कि वो मंत्री के साथ नजर आए। परन्तु जिला इकाई के प्रधान ने जो नियम बनाए, वें उस पर भी कायम नहीं रह पाए। उपवास कार्यक्रम में बनाए गए मंच पर बड़े पदाधिकारियों के अलावा सभी मोर्चों के प्रधानों को भी स्थान दिया गया। परन्तु पार्टी की महिला इकाई की जिला प्रधान को मंच पर स्थान न देकर सामने बैठाया गया।

पार्टी की संवेदनशील कार्यकर्ताओं ने इस बात को गम्भीरता से लिया। जंहा उपवास कार्यक्रम में मंच पर स्थान मिलने या न मिलने को लेकर चर्चाएं रही, वहीं अब पार्टी के जिला पदाधिकारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं। जिन भाजपाईयों को जिला स्तर पर सम्मानजनक पद मिलने की पूरी उम्मीद थी या जिनको पद का आश्वासन मिला हुआ था, उनको सूची में कोई पद नहीं मिला। ऐसे कार्यकर्ता अब मुखरित होने लगे हैं। भिवानी मंडल की सूची में जिन कार्यकर्ताओं को बिना पूर्व स्वीकृति के पद दिए गए अब उनको शांत करने को कहा जा रहा है कि जिला इकाई ने उनका नाम प्रदेश स्तर पर पद के लिए नाम भेजा हुआ है। लेकिन कई ऐसे भी भाजपा के सक्रिए कार्यकर्ता हैं, जिनकी राजनीति को पलीता लगा दिया गया है।

चर्चाकारों का कहना है कि जिला स्तर की सूची से विधायक और सांसद के समर्थक भी खुश नहीं हैं। क्योकि उनको सूची में कोई सम्मान नहीं मिला है। भरोसेमंद सूत्रों ने बताया है कि भाजपा के जिला पदाधिकारियों की सूची में उन्ही को स्थान मिला है, जिनका पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ के अभिनंदन कार्यक्रम में योगदान था। इस कार्यक्रम में जिसका जितना योगदान था, उनको उतने ही महत्व का पद दिया गया है। ऐसे में निष्ठावान कार्यकर्ताओं में जिला स्तरीय नेतृत्व के प्रति असंतोष बढ़ रहा है।

दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि जिला नेतृत्व के पास अपने विश्वसनीय लोगों की भी कमी होने के कारण ऐसे लोगों को पद दिए गए, जो पद पाने की लाइन में ही नहीं थे। अभी संगठन का मीडिया प्रभारी का महत्वपूर्ण पद भरा नहीं गया है। जबकि निवर्तमान मीडिया प्रभारी को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही थी। भाजपा के एक सूत्र का कहना है कि पार्टी के पास जिले में कोई सक्षम मीडिया प्रभारी न होने के कारण पुराने व्यक्ति को ही यह पद दिया जायेगा? अगर ऐसा होता है तो पार्टी का जिला नेतृत्व चर्चाओं के घेरे में आ जायेगा।

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