–जल अधिकार रैली में राव के बेबाक बोल पर जनता ने खून लुटाई वाहवाही–सीएम के साथ मंच सांझा करते बहुत कुछ कह गए रामपुरा के युवराज – कम से कम करनाल, कुरुक्षेत्र व तराई के क्षेत्रों में भी तो जलसे और मीटिंगे करों : राव नारनौल, (रामचंद्र सैनी): केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने रविवार को काफी अरसे बाद जिला महेंद्रगढ में सीएम मनोहर लाल के साथ मंच सांझा किया। मंच सांझा करने का अवसर केंद्र सरकार के निर्देशानुसार प्रस्तावित रैली रही, बेशक इसका नाम जल अधिकार रैली कर दिया गया हो। रैली का मुख्य उद्देश्य किसान आंदोलन के चलते कृषि के बारे में आम किसानों व जनता को जागरूक करना था। रविवार को नारनौल के आइटीआई मैदान में जल अधिकार रैली के दौरान जब केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को संबोधन के लिए आमंत्रण दिया गया तो रैली में उपस्थित लोगों में उत्सुकता के साथ सुगबुगाहट हो गई थी कि राव आज फिर कुछ ना कुछ तल्ख भाषण देंगे। जो थोडी देर में ही सच साबित हो गए। इस बार राव ने तल्ख भाषा का इस्तेमाल तो नहीं किया लेकिन बड़ी चतुराई और साफगोई से भाजपा के प्रदेश् अध्यक्ष को संबोधित करके बहुत कुछ कह गए। अपना संबोधन शुरू करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने मंच पर बैठै सीएम से लेकर तमाम मंत्री, विधायक एवं अन्य नेताओं का नाम लिया लेकिन पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा का नाम कुछ इस तरह से लिया, हरियाणा भाजपा के कद्दावर नेता-जिनके प्रदेश अध्यक्ष रहते भाजपा अपने दम पर हरियाणा में सरकार बनाने में कामयाब रही रामबिलास शर्मा जी। इन लाइनों के संबोधन के बाद मंच पर बैठे तमाम भाजपा नेताओं के चेहरे देखने लायक हो गए और नीचे कुर्सियों पर बैठे लोगों में कानाफुसी शुरू हो गई। इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह ने कृषि कानूनों से लेकर एसवाईएल के पानी पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जमकर कसीदे पढ़े लेकिन सीएम के नााम से परहेज किया। उन्होंने अपने भाषण में यहां तक कह डाला कि धनखड साहब हम बागड क्षेत्र के है और आप भी। हम सब तो आप लोगों के साथ है लेकिन कम से कम करनाल, कुरुक्षेत्र व तराई के क्षेत्रों में भी तो जलसे और मीटिंगे करों। जिन लोगों ने हमारा पानी रोका और काटा आज वो ही इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं उनको भी तो समझाओं। जहां तराई है उस क्षेत्र के लोगों को भी हमारे साथ बैठाओ। हमारा साथ तो आप ले ही रहो हो, हमारे बिना तो सरकार भी नहीं बन रही लेकिन उनको भी समझाना हम सबका फर्ज बनता है। राव के यह बोल जनता में चर्चा का विषय बन हुए थे और इनकी जमकर सराहना भी की जा रही थी। Post navigation उखाड़े गए रोड की टाइलें खरीदने वालों के यहां नप टीम की छापेमारी, भारी मात्रा में टाइले बरामद बिना किसी फंक्शन एक ही दिन में एक ही मालिक के दो स्कूलों को मंत्री कोटे से 37 लाख की ग्रांट जारी, राज्यपाल को पत्र लिखकर जांच की मांग