सूर्यवंशी महाराजा शूरसैनी अवॉर्ड-2020 एडवोकेट कुलदीप शर्मा को

भिवानी/मुकेश वत्स  

सूर्यवंशी महाराजा शूरसैनी की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गांव धिराना कलां के सरंपच रामभगत शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि ढ़ाणी हरसुख के पूर्व सरपंच व सैनी कल्याण परिषद के पूर्व जिला अध्यक्ष समाजसेवी जगदीश चंद्र सैनी पहुंचे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता एक कदम रोशनी की ओर संस्था के ब्लड प्रभारी ओमप्रकाश सैनी ने की। मंच संचालन सुरेश सैनी ने किया।

कार्यक्रम में तीरंदाजी में नेशनल स्वर्ण पदक विजेता अमूल्य आनंद, यूनिवर्सिटी प्रथम विक्रम शर्मा, नेशनल गोल्ड मैडलिस्ट मोहित, ग्रेपलिंग नेशनल स्वर्ण पदक विजेता सावन, तीरंदाजी में जूनियर में स्टेट में प्रथम नवीन, बॉक्सिंग में जूनियन नेशनल में प्रथम जतिन शर्मा, जूनियन नेशनल में द्वितीय रिदम, सब जूनियर में जिला में प्रथम लक्ष्मी, भावना, यश शर्मा, आकाश व हिमांशु, पॉवर लिफ्टिंग में नेशनल में गोल्ड पदक विजेता वेंकटेश, रोहित निर्मल, तुषार पंवार को सम्मानित किया गया। वही कार्यक्रम में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान के संयोजक पहलवान बिजेंद्र सिंह, योगाचार्य मनोज योगी, 75 बार रक्तदान करने वाला राजेश डूडेजा, ब्लड प्रभारी रक्तदाता ओमप्रकाश सैनी, एनीमल सिंपैथी ओर्गेनाईजेशन के संरक्षक डाक्टर अमित नरवाल व डाक्टर योगेश, रतीराम देवसर को सम्मानित किया गया। सूर्यवंशी महाराजा शूरसैनी अवॉर्ड-2020 समाजसेवी एडवोकेट कुलदीप शर्मा को दिया गया।

मुख्यअतिथि सरपंच रामभगत व विशिष्ट अतिथि जगदीश चंद्र सैनी ने बताया कि सूर्यवंशी महाराजा शूरसैनी राजाराम के वंशज थे। राजा राम के पुत्र कुश से कुशवाहा वंश चला। आगे चलकर भगवान बुद्ध भी इसी वंश में पैदा हुए। उनसे शाक्य वंश का प्रारंभ हुआ था। इसमें शत्रुघन के पुत्र शूरसैन और शूरसैन के पुत्र सैनी महाराजा हुए।

error: Content is protected !!