तीनों कानून रद्द नहीं किए जाने तक जारी रहेगा किसान आंदोलन.
काकोरी काण्ड में शहीद तीनों देश भक्तों को दी गई श्रृद्धांजलि.
किसानो का हाईवे पंहुचने का सिलसिला जारी, सभी सुविधा उपलब्ध

फतह सिह उजाला

गुरूग्राम।   पिछले 24 दिनों से तीन कृषि कानून के विरोध में केंद्र व किसान अपनी अपनी बातों को मनवाने के लिए अडिग है । यहंा के जयपुर-दिल्ली हाईवे के हरियाणा सीमा में प्रवेश करने से पूर्व संयुक्त किसान मोर्चा व अखिल भारतीय किसान संर्घष समन्वय समिति के संयुक्त बैनर तले हजारो की संख्या मे किसान जयपुर से दिल्लाी जाने के लिए हरियाणा जिला प्रशासन रेवाड़ी द्वारा भारी भरकम बैरिगेट लगाकर लगभग पांच हजार किसानों को दिल्लाी जाने से रोके हुए है । किसानो में  केंद्र सरकार के प्रति रोष बढता जा रहा है ।

इस क्रम में राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश व हरियाणा के अनेंको किसान नेताओं व स्वयंसेवी संस्थाओं ने किसानो के आंदोलन का समर्थन  दे दिया है । अखिल भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले  हरियाणा सरकार को स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने चेतावनी भरे शब्दों कहा कि हरियाणा सरकार किसानों को दिल्लाी पंहुचने व विभिन्न बोर्डरों पर सेवा भाव हेतु पंहुचने के लिए जो रास्ता रोक रही है , पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे सरकार के बहकावे में नहीं आकर किसानो की हको की लडाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले । उन्होंने हरियाणा सरकार को चेतावनी भरे शब्दो में कहा कि जब तक किसानो के तीन विरोधी काले कानून वापस नही हो जाते समस्त भारत में एमएसपी एक समान नही हो जाती उनका आंदोलन जारी रहेगा ।

सात दिन पूर्व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में दोपहर दो बजे पैदल दिल्लाी जा रहे किसान जत्थे को बैरिगेट लगाकर रोक दिए जाने के बाद अब संयुक्त मोर्चा के पंहुचने के उपरांत तीन किलो मीटर में बदल गया है । यदि सरकार ने समय पर इस जनआंदोलन का विकल्प निकालने व किसानो की बात को नजरअंदाज करने की कौशिश की तो इसके परिणाम गंभीर होते दिखाई दे  रहे है । क्योंकि किसानो ने कड़कड़ाती ठंड में भी लंगर जमाया हुआ है।  पिछले दो दिनो से ठंड का कहर बढता जा रहा है वहीं हरियाणा बोर्डर पर बढते किसानो की संख्या में प्रतिदिन बढोतरी हो रही है।

पिछले एक सप्ताह से दिल्ली कूच करने के लिए पडाव पर डटे किसान नेताओं में विजू  कृष्णन गुजरात, रणजीत सिंह राजू राजस्थान, बलवान सिंह पुनिया, विधायक भादरा डॉ संजय माधव, बलबिंद्र सिंह बलीता कोटा, पुरूषोतम प्रमार गुजरात, दया भाई गुजरात, योगेंद्र यादव, अमराराम, फूल ढेवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश के किसानो को दिया गया भाषण पूरी तरह से निराधार और झूठ के दावों से भरा हुआ है । लाखों किसान अब दिल्ली के चारो तरफ सड़को पर है  और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भीषण ठंड व भाजपा सरकार के उत्पीडन और दमन चक्र को झेल रहे है । उनकी एक मात्र मंाग है कि किसानो विरोधी तीनो कानून को तुरंत रद्द किया जाए । 20 दिसम्बर को देश के गांव-गांव, कस्बा-कस्बा में पिछले 24 दिनों में शहीद हुए किसानों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि समारोह किया जाएगा तथा आंदोलन की आगे की रणनीति बनाई जाएगी ।

इस अवसर पर बनीपुर चैक पर विशेष रूप से गुर्जर नेता कर्नल जीआर चैकन, पूर्व सरपंच सुमेर सिंह बनीपुर, महेंद्र ककरावत, जुगलाल जाट, सुबे सिंह, सरजीत पहलवान, रामकिशन महलावत, ईश्वर सिंह, कप्तान बिजे सिंह, कृष्ण सिंह, सुमेर सिंह जेलदार, रणसिंह झाबुआ,हरपाल सिंह बाजुआ कुरूक्षेत्र, चैधरी जुगलाल बनीपुर, विजे सिंह यादच शिखोपुर, सत्यनारायण नैहरा भूडला, उमेद सिंह मानेसर, पंडित सुनील झझर, रामकिशन छिल्लर, छाजू राम शाहपुर, प्रभू दयाल नैहरा, कृष्ण जेलदार, नवीन सहलोत, बिल्लू बिदावास, भजन लाल खटाणा आसलवास आदि अनेंको किसान नेता उपस्थित रहे । हाईवे के बनीपुर चैक पर हरियाणा के रागनी कलाकार सहित देश के किसान तीन विरोधी बिल के खिलाफ शहीद हुए किसानो को देंगे श्रृद्धांजलि । आगामी आंदोलन तेज करने की रूपरेखा बनाई जाएगी । रात्री को हाईवे के जयसिंहपुर खेडा बोर्डरपर शहीदों के नाम कैंडल मार्च भी निकाला गया ।

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