जिला स्तर के साथ-साथ ब्लॉक स्तर भी गठित होगी कोरोना टास्क फोर्स कमेटी

भिवानी/शशी कौशिक  

कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर फं्रर्ट लाईन के विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों के प्रथम चरण में वैक्सीन की योजना बारे उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य की अध्यक्षता में आज शुक्रवार को स्थानीय डीआरडीए सभागार में जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक में वैक्सीन दिए जाने की योजना बारे विस्तार से समीक्षा की।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाक्टर आशीष सांगवान ने प्रोजेक्टर पर कार्य योजना की रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्रोजेक्टर पर रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए डॉ. सांगवान ने बताया कि कोरोना महामारी संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के निर्देशानुसार प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को वैक्सीन दी जाएगी। उन्होंने बताया स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला को-विन एप पर कर्मचारियों का डाटा फीड किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 5745 कर्मचारियों का डाटा फीड किया जा चुका है, जिनमें 5175 सरकारी विभागों से कर्मचारी शामिल हैं तथा 570 प्राईवेट अस्पताल से स्टाफ सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि जिला में सरकारी और प्राईवेट 113 स्वास्थ्य केंद्र हैं, जहां से कर्मचारियों का डाटा लिया गया है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में 43 सरकारी केंद्र हैं और 70 प्राईवेट संस्थान हैंं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला में 34 कोल्डचैन प्वाइंट बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जब भी सरकार द्वारा वैक्सीन मुहैया करवाई जाएगी, उसको इन कोल्डचैन सेंटर पर रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इनका रख-रखाव बहुत ही सावधानी से किया जाएगा।

बैठक में समीक्षा करते हुए उपायुक्त आर्य ने बताया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर जिला स्तर पर जिला टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया जा चुका है। इसी प्रकार से हर ब्लॉक स्तर पर भी शीघ्र ही कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन एक तरह से चुनावी प्रक्रिया की तरह होगी। जिस संबंधित कर्मचारी के नाम से ही वैक्सीन होगी और वह उसी को लगेगी।  वैक्सीन लगने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिस पर वैक्सीन देने वाले का नाम भी लिखा होगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर नीमा और आईएमए के पदाधिकारियों को भी निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दुनिया के सभी देश वैक्सीन बना रहे हैं। भारत में भी वैक्सीन तैयार की जा रही है, जिसके परीक्षण भी किए जा जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले भी जानलेवा बीमारियों की दवा तैयार की जा चुकी है। उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां पर वैक्सीन रखी जाएगी, वहां पर बिजली के कट न लगें।

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