सिंघु बॉर्डर पर एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत, दो की तबीयत बिगड़ी

मृतक किसान के परिवार वालों के मुताबिक कड़ाके की ठंड और हार्ट अटैक के कारण किसान की मौत हुई है.

सोनीपत. सिंघु बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड के बीच कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर किसानों का धरना जारी है. इस धरने के दौरान किसानों की मौत का सिलसिला भी जारी है. बुधवार को धरना दे रहे एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह तीन दिन पहले ही पंजाब से आए थे. आंदोलन में अब तक कई किसानों की जान जा चुकी है. सिंघु बॉर्डर पर 5 और टीकरी बॉर्डर पर 6 किसानों की मौत हो चुकी है.

किसान के परिवार वालों के मुताबिक, कड़ाके की ठंड के कारण और हार्ट अटैक से किसान की मौत हुई है. परिवार वालों ने सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है. मरने वाले किसान के भांजे भगवंत सिंह और भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के प्रदेश उपप्रधान नेक सिंह ने कहा कि पाल सिंह दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के संघर्ष में हिस्सा लेने गया था. किसान के पास दो एकड़ से भी कम जमीन थी और काफी कर्ज भी था. सरकार को पीड़ित गरीब परिवार की आर्थिक मदद करनी चाहिए.

बता दें कि पंजाब के पटियाला के गांव सौहली के रहने वाले किसान पाल सिंह (62) 13 दिसंबर को ही सिंघु धरनास्थल पर आए थे. वह अपने साथियों व गांव के किसानों के साथ फिलहाल गांव रसोई से आगे रुके हुए थे. साथियों ने बताया कि मंगलवार देर शाम को वह खाना खाने के बाद ट्रैक्टर-ट्राली में जाकर सो गए. बाद में जब साथी किसान ट्रैक्टर-ट्राली में सोने पहुंचे तो वह बेसुध मिले.

अनहोनी की आशंका के चलते चिकित्सक को दिखाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद उन्होंने कुंडली थाना पुलिस को अवगत कराया. कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर रात सामान्य अस्पताल पहुंचाया. जहां पर बुधवार को पोस्टमार्टम कराया गया. वहीं धरने पर दो किसानों की तबीयत बिगड़ गई. साथी किसानों ने इसकी सूचना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी. सूचना के बाद एंबुलेंस कर्मियों ने किसानों को नागरिक अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने दोनों किसानों को भर्ती कर लिया.

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