• सोनीपत में चुनाव प्रचार की शुरुआत की, कहा बड़े बहुमत से जीतेंगे निगम चुनाव
• सोनीपत निगम में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया और निगम के माध्यम से बेइंतहां लूट-खसोट के प्रयास हुए
• अनेकों लोगों ने इनेलो का साथ छोड़कर कांग्रेस पार्टी का दामन थामा
• संसद का शीतकालीन सत्र रद्द करना लोकतंत्र के लिये अच्छा संकेत नहीं
• जजपा ने अपने ही मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया
• जेजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और जेजेपी का दोहरा चरित्र दर्शाता है
• जो अन्नदाता के साथ विश्वासघात करेगा उसे आने वाला समय माफ नहीं करेगा

सोनीपत, 15 दिसंबर। राज्य सभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज निगम चुनावों में सोनीपत से कांग्रेस के मेयर उम्मीदवार निखिल मदान और 20 वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल कराने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यालय पर सभी प्रत्याशियों के साथ बैठक भी की और आज से चुनाव प्रचार की शुरुआत की। इस दौरान इनेलो के अनेकों लोगों ने पार्टी छोड़कर चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में आस्था व्यक्त करते हुए कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सभी का कांग्रेस पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया और मिलकर चुनाव में जीत के लिये लग जाने को कहा। इसके बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राज्य सभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बरोदा उप-चुनाव से प्रदेश में बदलाव का जो संदेश गया उसके बाद अब निगम चुनाव के नतीजे सरकार के लिये बड़ा झटका साबित होंगे। उन्होंने मेयर उम्मीदवार निखिल मदान को मेहनती, युवा और सेवा भाव वाला उम्मीदवार बताते हुए कहा कि चारों तरफ से आ रही खबरों के आधार पर वे कह सकते हैं कि निखिल मदान सोनीपत के भावी मेयर हैं और कांग्रेस निगम चुनाव बड़े बहुमत से जीतेगी। पत्रकार वार्ता के दौरान उनके साथ सोनीपत निगम चुनाव में कांग्रेस आब्जर्वर व विधायक भारत भूषण बतरा, विधायक जयबीर बाल्मिकी, विधायक सुरेंद्र पंवार, विधायक इन्दुराज नरवाल आदि मौजूद रहे।

उन्होंने प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे मुद्दों के आधार पर लोगों के बीच जाएंगे। प्रदेश सरकार ने सवा 6 साल में प्रदेश की दुर्दशा कर दी है। विकास की गति शून्य है, बेतहाशा बेरोजगारी है, प्रदेश की अर्थव्यवस्था चौपट और अपराध बेकाबू हैं। गांव से लेकर शहर तक लोगों को मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सोनीपत निगम में भारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया और निगम के माध्यम से बेइंतहां लूट-खसोट के प्रयास हुए। भाजपा राज में सोनीपत नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सैनिटेशन में बिना टेंडर के घोटाले सामने आए। लोगों पर लाखों रुपये के प्रापर्टी टैक्स थोप दिये गये। सोनीपत विकास की तरफ अपने कदम बढ़ाना चाहता है और भ्रष्टाचार के जो काले बादल सोनीपत पर मंडरा रहे हैं उनको छांटने के लिये और सोनीपत नगर निगम से भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिये सोनीपत की जनता कांग्रेस उम्मीदार को मेयर बनाने का मन बना चुकी है।

किसान आंदोलन पर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस सरकार ने व्यापारी के व्यापार, नौजवान के रोजगार, मजदूर की मजदूरी पर चोट मारने के बाद अब किसान की कृषि को भी बर्बाद करने पर तुली हुई है। यह राजनीतिक नफे-नुकसान का आंदोलन नहीं है। देश का अन्नदाता शांतिप्रिय तरीके से लोकतंत्र की मर्यादा में अपनी जायज मांगों के साथ सरकार के दरवाजे पर आया है। लेकिन सरकार किसानों की सुनवाई करने की बजाय दरवाजे बंद कर रही है। इतना ही नहीं, आज सरकार ने संसद का शीतकालीन सत्र भी रद्द कर दिया। उन्होंने सवाल किया कि जब संसद नहीं चलेगी तो जनप्रतिनिधि अपनी बात कहां रखेंगे। लोकतंत्र में इस तरह से दरवाजे बंद करना जायज नहीं, सरकार का यह कदम लोकतंत्र के लिये अच्छा संकेत नहीं है।

सांसद दीपेंद्र ने कहा कि ठंड में ठिठुरते हुए हर रोज किसी न किसी किसान की मृत्यु की दुःखद खबर आती है। सरकार अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर देश का और स्वयं का नुकसान कर रही है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि तुरंत समाधान निकाले, किसानों की बात मानते हुए तीनों बिलों को वापस ले। किसानों की मांग स्वीकार करने पर सरकार के खजाने पर एक पैसे का बोझ नहीं पड़ रहा है तो फिर सरकार क्यों जिद कर रही है।

एक अन्य सवाल के जवाब में दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जेजेपी ने अपने ही मतदाता के साथ विश्वासघात किया। जेजेपी को वोट देने वाले मतदाताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ वोट दिया था और अब जेजेपी पूरी तरह से एक्सपोज हो चुकी है, वो कहती कुछ है और करती कुछ और है। जेजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने बयान दिया कि शहरों में निकाय चुनाव हैं और वहां 99 प्रतिशत का किसान से वास्ता नहीं। उनका इस तरह का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और जेजेपी का दोहरा चरित्र दर्शाता है। उन्होंने फिर दोहराया कि विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की इजाजत दी जाए, ताकि पता चले कि कौन किसान के साथ है और कौन कुर्सी से चिपका है। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि आज किसान का दर्द सबका दर्द है और जो अन्नदाता के साथ विश्वासघात करेगा उसे आने वाला समय माफ नहीं करेगा।

इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री धर्मपाल सिंह मलिक, सोनीपत चुनाव के ऑब्ज़र्वर व रोहतक विधायक भारत भूषण बत्रा, सोनीपत विधायक सुरेंद्र पवार, विधायक जयवीर बाल्मीकि, विधायक इंदुराज नरवाल, धर्मपाल गुप्ता, सोनीपत के मेयर प्रत्याशी निखिल मदान, रणजीत कौशिक, प्रेम गुप्ता, सुरेश जोगी, सुरेन्द्र दहिया, प्रेम अत्री, कपूर नरवाल, राजेन्द्र चांदना, अर्जुन दहिया, महेंद्र सेवली, मनोज रिढाऊ, राजेन्द्र चांदना, अशोक अरोड़ा, सुभाष मदान, रवि परुथी, राजकुमार कटारिया, संजीव दहिया, कमल दीवान, नीलकंठ मुखीजा, सूरज भान बड़गुज्जर, भलेराम जांगड़ा, रामकरण जांगड़ा, रणदीप दहिया, कमल हसीजा, सुलेख गर्ग, पवन बंसल, हरेंद्र सैनी, सतीश कौशिक, सतीश प्रधान, कमल पाराशर, पवन शर्मा, सुनील कटारिया, राजा भाई धानक, सुरेन्द्र नय्यर, अनमोल राणा, दलबीर मेहरा, नरेंद्र सेन, रमेश बजाज, सतीश बत्रा, महावीर बंजारा, बिन्नी भारद्वाज, राकेश डॉक्टर, कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी शीला अंतिल, रीना मलिक, संतोष गुलिया, कमला मलिक, रजनी किराड़, पूर्व पार्षद गुड्डी, निर्मला पांचाल, कलावती पांचाल, पूनम सहित शील मलिक, देवराज प्रधान, संदीप मलिक, दिनेश हुडा, करमबीर कश्यप, विकी चौहान, संजय चौहान, विकी नंबरदार, जयवीर आंतिल, रविन्द्र मलिक, सोनू बाल्मीकि, कृष्ण मलिक, सतबीर आंतिल, मोनू पवार, विजय गांधी, सुनील सहगल, प्रेम रेलन, भूषण राजेश चौधरी, मदन अरोड़ा, देव आहूजा, बलदेव राज आहूजा, राहुल सैनी, सुरेश भारद्वाज, राजेश कौशिक, प्रेम हसनपुर आदि मौजूद रहे।

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