देश भर में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन.
किसान आंदोलन ओर तेज, दिल्ली की सीमाओं पर बढ़ रही है आन्दोलनकारियों की सख्यां

नई दिल्ली, 14 दिसम्बर 2020. एक ऐसी स्थिति में, जब पिछले 18 दिनों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर रोष प्रदर्शन कर रहें है और सरकार तीन केंद्रीय कानूनों को सिरे से रद्द करने की किसानों की मांग को पूरा नहीं कर रही है, किसान संगठनों ने इस आंदोलन को दिल्ली की सीमाओं व देशभर में बड़े पैमाने पर विस्तृत किया है।

आज, अनेक किसान संगठनो के नेताओ ने सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक एक दिन की भूख हड़ताल करते हुए विरोध प्रकट किया। 26 नवम्बर से अब तक दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर हड़ताल कर रहे शहीद हुए 20 से ज्यादा किसानो को मुख्य मंच से दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि अर्पित की गई।

तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किये गए है।

इसी बीच, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व अन्य राज्यों से हज़ारों की संख्या में किसान दिल्ली की तरफ बढ़ रहे है और इससे दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

कल से ही, राजस्थान व हरियाणा के आंदोलनकारी किसानों ने शाहजहांपुर के पास, जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया हुआ है, जहां इन दो राज्यों की सीमा लगती है।

दिल्ली के शहीदी पार्क में विभिन्न प्रगतिशील संगठनों द्वारा देशभर में किसानों के चल रहे आंदोलन के समर्थन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें हज़ारो की सख्यां में नागरिकों ने भाग लिया और अपना समर्थन दिया।