भिवानी/शशी कौशिक

 उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने कहा कि लडक़ा और लडक़ी में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं समझना चाहिए। घर में बेटों की तरह ही बेटियों की परवरिश होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कन्या भू्रण हत्या करने वालों की जगह सलाखों के पीछे होती है। यदि किसी को लिंग जांच और कन्या भू्रण हत्या किए जाने की सूचना मिले तो उसकी सूचना तुंरत जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और महिला एवं बाल विकास विभाग को दें ताकि अपराध करने वालों के खिलाफ तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करें।

उपायुक्त आर्य आज सोमवार को पंचायत भवन में आयोजित जिला स्तरीय बेटी उत्सव कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें अपने परिवार में बेटों को ही कुल दीपक मानने की धारणा का बदलना होगा। उन्होंने कहा कि जिला में लिंगानुपात सुधार में बहुत ही सराहनीय कार्य हुआ है, जिसके परिणाम स्वरूप जिला का लिंगानुपात 896 से 918 तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हमें जागरूकता व सतर्कता से इसे 1000 तक लेकर जाना है और यह कोई मुश्किल कार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को किसी भी प्रकार के दबाव में आकर कन्या भू्रण हत्या नहीं होने देनी चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने शिक्षा क्षेत्र में अपना रोशन करने वाली प्रत्येक ब्लॉक से लड़कियों को पांच-पांच हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया। इसी प्रकार से उपायुक्त बेहतर परिणाम देने वाले स्कूल प्राचार्य और अच्छे लिंगानुपात वाले गांवों के सरपंचों को सम्मानित किया। उपायुक्त ने पोस्टर मेकिंग और अव्वल आने वाली छात्राओं को भी सम्मानित किया। इस दौरान उपायुक्त ने कन्या भू्रण हत्या को मिटाने को लेकर जिला में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए गए हस्ताक्षर अभियान में भी अपने हस्ताक्षर किए।

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