सामाजिक संदेश देकर जीते पांच पुरस्कार: मोनिका राणा

-कमलेश भारतीय

हिसार के माॅडल टाउन पोस्ट ऑफिस में कार्यरत युवा महिला रंगकर्मी मोनिका राणा सामाजिक मुद्दों पर न केवल नाटक लिखती हैं बल्कि अपनी कला को अपने बेहतरीन अभिनय से रंगमंच की भी शोभा बढ़ाती है। वर्ष 2014 में ऑल इंडिया पोस्टल कल्चरल मीट में श्रीमती मोनिका जी ने एक बेहद संवेदनशील मुद्दे (ऐसिड अटैक) पर एक नाटक लिखा -“नर्गिस की दुआ” । जिसे इन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से रंगमंच पर प्रस्तुत किया। जिसके लिए इस नाटक को एक साथ पांच पुरस्कार मिले.

श्रीमत मोनिका राणा जी मूल रूप से हिमाचल के सोलन की निवासी है। इन्होंने मैट्रिक तक की शिक्षा सोलन में ग्रहण की इसके पश्चात स्नातक की पढ़ाई चंडीगढ़ के एस डी काॅलेज से की। कला के साथ साथ पढ़ाई में भी रुचि रखने वाली मोनिका जी ने जल्द ही प्रतियोगिता परीक्षा उतीर्ण कर पोस्ट ऑफिस मे जाॅब हासिल की । पहले नाहन और फिर सोलन में पोस्ट ऑफिस में जाॅब की ।
-हिसार में कब से और कैसे ? -मोनिका जी का विवाह तोशाम के मूल निवासी श्री मोहित चुघ से सन् 2015 में सम्पन्न हुआऔर उनकी एक प्यारी सी बेटी दिविजा है ।

-थियेटर में रूचि कब से हुई ?
-रंगमंच पर अभिनय का शौक तो बचपन से ही था जो की बड़े होते होते passion बन गया लेकिन मां बाप इतना उत्साह नहीं दिखाते थे और यह चाहते थे कि पहले जाॅब करूं फिर कुछ और ।

-फिर शुरूआत कैसे हुई ?
-डाक विभाग में आने के बाद ‘डाक विभाग के सर्व भारत सांस्कृतिक प्रोग्राम’ में हिस्सा लिया और पहले हिमाचल डाक परिमंडल फिर हरियाणा डाक परिमण्डल का प्रतिनिधित्व किया। इसमें मैंने नाटक लिखा एसिड अटैक पर जिसमें खुद तो पुरूष पात्र का रोल निभाया और लडकी का रोल दूसरी कलाकार को दिया । इस नाटक को पांच पुरस्कार मिले । श्रेष्ठ नाटक, अभिनेत्री , निर्देशन, पटकथा आदि पर पुरस्कार ।

-इसके बाद फिर कौन सी प्रस्तुति दी ?
-अगले साल फिर नाटक लिखा -लड़कियां कठपुतली नहीं होतीं । राजस्थान की लड़कियों को केंद्र मे थ रख कर । इसे द्वितीय पुरस्कार मिला ।
-फिर हरियाणा में आ गयी । नयी टीम कैसे बना पाती ? इसलिए मोनोएक्टिंग चुनी । तीन लोग हम गये ऑल इंडिया पोस्टल कल्चरल मीट में । मैंने महाभारत की द्रौपदी पर मोनोएक्ट किया जिसमें वह अपने पांच पुत्रों के युद्ध में मारे जाने का दोष कृष्ण को देती है तो कृष्ण बताते हैं कि जब जब नारी अपमान होगा तब तब तब समाज का विनाश होगा । मुझे नारी का सम्मान सर्वाधिक प्रिय है ।

-इसका क्या परिणाम रहा ?
-गोल्ड मिला ।

-अगला कौन सा नाटक ?
-पोस्टल मीट में ही पानी पर सोलो एक्ट किया लेकिन कोई पुरस्कार नहीं मिला ।

अब आगे क्या लक्ष्य ?
-बेहतरीन कला और कलाकार थियेटर से ही आते है। आजकल व्यवसायीक फिल्मों के चलन के कारण लोगों की खासकर युवाओ की रुचि थियेटर के प्रति कुछ कम हुई है। मेरा लक्ष्य कहो या इच्छा, बाल कलाकारों को थियेटर के प्रति जागरूक करना , उनको लेकर नाटक का निर्देशन करना और छोटी उम्र में ही बच्चों को थियेटर के प्रति आकर्षित करना ।

-कोई और नाटक ?
-शहीद भगत सिंह पर भगत का भारत लिखा और तैयार किया लेकिन कोरोना के कारण सब स्थगित रहा ।

-कौन से एक्टर या एक्ट्रेस पसंद ?
-नहीं । मुझे स्टोरी पसंद आनी चाहिए यानी कंटेंट । अच्छी स्टोरी जो बढ़िया संदेश दे । बस । इतनी ही इच्छा ।
हमारी शुभकामनाएं मोनिका राणा को ।

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