पुलिस ने किए व्यापक सुरक्षा प्रबंध, विभिन्न राजनीतिक पार्टियां व सामाजिक संगठन एक साथ उतरे समर्थन में, हाईवे व मुख्य मार्गो को किया जाम भिवानी/मुकेश वत्स किसानों के समर्थन में आहूत भारत बंद का भिवानी शहर में बेअसर रहा। सुबह ही बाजर खुलने लगे थे। परन्तु विभिन्न राजनैतिक और सामाजिक संगठनों के नेताओं ने बाजार की दुकानें बंद करवाने का प्रयास किया। किसानों के समर्थन में उतरे कांग्रेस, इनेलो, माकपा, स्वराज इंडिया पार्टी, भाकपा, किसान सभा, बहुजन क्रांति मोर्चा, लेबर क्रांति मोर्चा, युवा कल्याण संगठन, सीटू, एटक, इंटक, बैंक यूनियन, कांग्रेस महिला मोर्चा, जनवादी महिला समिति, ज्ञान-विज्ञान समिति, अंबेडकर सेना, धर्म समाज भारत, व्यापार मंडल ने संयुक्त रूप से शहर के घंटाघर, सराय चौपटा, हांसी गेट सहित विभिन्न मुख्य बाजार में लोगों से किसानों के समर्थन में बाजार बंद करने की अपील की। पर उनके आगे जाते ही दुकानें खुल गई। सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यापक व्यवस्था थी। शहर के मुख्य बाजारों में पुजिस बल तैनात था। हालांकि बाजार खुला रहा पर बाजार मे ग्राहकी नहीं थी। बाजारों में भीड़ भी नहीं थी। भारत बंद का असर भिवानी में सिवानी, तोशाम, बवानीखेड़ा, चांग, प्रेमनगर के मुख्य बाजार थोड़े समय के लिए बंद रहे तथा किसानों का खुलकर समर्थन किया। इस मौके पर किसान, मजदूर व महिलाओं का हुजूम सडक़ों पर उतरा और लोगों को किसान के समर्थन में आने की अपील की। इसी के तहत सिवानी, तोशाम, चांग, प्रेमनगर व बवानीखेड़ा के बाजार व इन कस्बों को जोडऩे वाले मार्गो को जाम रखा गया। गांव प्रेमनगर के ग्रामीणों ने हांसी रोड़ जाम रखा तो धनाना व बामला गांव के ग्रामीणों ने किसान सभा, सीटू, मजदूर संगठनों के साथ किसानों के समर्थन में रोड़ जाम किया। इससे पहले नेहरू पार्क में विभिन्न संगठनों के लोग एकत्रित हुए और सभा की। सभा को बलदेव घणघस, परमजीत मड्डू, अमर सिंह हालुवास, धर्मबीर कुंगड़, रामोतार खोरड़ा, प्रदर्शन को राजेंद्र तंवर, कमल प्रधान, विनोद सांगा, पूर्व चेयरमैन विजय पचगांवा, बलवान एमसी, चंद्रभान नाहलिया, समरवीर मोनू देवसर, युद्धवीर सिंह अहलावत, सत्यजीत कौशिक, संतोष देशवाल, दलबीर उमरा, कृष्ण लेघां, राकेश आर्य, सविता मान, ईश्वर शर्मा, प्रवक्ता सुरेश सैनी, कामरेड ओमप्रकाश, चेयरमैन शीशराम, अनिल सीटू यूनियन ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने एक स्वर से मोदी सरकार की आलोचना करते हुए तीन काले कानून व बिजली बिल रद्द करने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि वे आज किसानों के पक्ष में तथा तीनो कृषि कानून के विरोध में सडक़ों पर उतरे है। उन्होंने मांग की कि सरकार को ये काले कानून वापिस लेने चाहिए। जाट बाहुल्य गांव धनाना में सुबह से ही ग्रामीणों ने एकत्रित होकर मेन रोड पर शहीद भगत सिंह धर्मशाला के पास रोड़ पर आकर बैठ गए आज के भारत बंद के कार्यक्रम की अध्यक्षता सूबेदार राजमल की संचालन सज्जन कुमार सिंगला ने किया गया। भिवानी-रोहतक रोड पर गांव नोरंगाबाद के पास किसानों ने जाम लगाया। परन्तु गांव वालों के समझाने पर उन्होने जाम को हटा लिया। कहीं भी किसर अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। Post navigation मोदी सरकार हठधर्मिता छोड़े: पे्रमवती गोयत पटवारी को गांव में होने वाली हर गतिविधि की जानकारी होनी चाहिए: डीसी