किसान आंदोलन में देश के हर नागरिक का सहयोग है- बजरंग गर्ग भारत बंद की सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार को तीन कृषि कानून तुरंत वापिस लेने चाहिए- बजरंग गर्ग तीन कृषि कानून से देश की अर्थव्यवस्था और ज्यादा डगमगा जाएगी- बजरंग गर्ग हिसार- केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन के समर्थन में व्यापारी, किसान व कर्मचारियों ने परिजात चौक पर जोरदार धरना प्रदर्शन हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में किया। प्रदर्शन के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अंबानी व अडानी का पुतला जलाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आंदोलन से भारत बंद में देश का हर नागरिक का सहयोग है। व्यापार मंडल ने प्रदेश भर में जगह जगह धरना प्रदर्शन करके भारत बंद में बढ़-चढ़कर भाग लिया। केंद्र सरकार को भारत बंद की सफलता को देखते हुए तीन कृषि काले कानून को तुरंत प्रभाव से वापिस ले लेना चाहिए अगर सरकार ने काले कृषि कानूनों को वापिस नहीं लिया तो सरकार को इसका खिमाजा भुगतना पड़ेगा। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि तीन कृषि कानून से देश की अर्थव्यवस्था ओर ज्यादा डगमगा जाएगी क्योंकि किसानों को अपनी फसलों पूरे दाम नहीं मिलेंगे और मंडिया बंद हो जाएगी। जिसके कारण किसान व आढ़तियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा की बड़े अफसोस से कहना पड़ रहा है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आज पुरे देश का किसान, आढ़ती, मजदूर व आमजनता सड़कों पर है जो अन्नदाता देश व विदेश की जनता का पेट भरता है आज उसी किसान को अपने हक के लिए गूंगी बहरी केंद्र व प्रदेश सरकार से लड़ना पड़ रहा है। यह सरकार पूरी तरह किसान, व्यापारी, मजदूर व कर्मचारी विरोधी सरकार है। जिससे आज हर वर्ग का नागरिक दुखी है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज देश व प्रदेश में किसान, छोटे छोटे व्यापारी तो नुकसान में चल रहे हैं मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चहेते अंबानी व अडानी लगातार भारी धन कमाने में लगे हैं। यहां तक की केंद्र सरकार द्वारा अंबानी व अडानी को सरकारी कंपनियों ने औने-पौने दामों में बेचकर सरकार को अरबों रूपए चुना लगाया जा रहा है। आज देश में छोटे से छोटा व्यापार पर बड़ी-बड़ी कंपनियों का कब्जा होने से देश में लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं अगर सरकार ने तीन कृषि कानून को वापस नहीं लिया तो देश का किसान आढ़ती व मजदूर बर्बाद हो जाएगा।प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से अपील है कि वह किसान,आढ़ती मजदूर व देश हित में तीन कृषि कानून को तुरंत वापस लेकर किसानों को राहत देने का काम करें। इस प्रदर्शन मेंएचपीएससी के पूर्व सदस्य जगन्नाथ, लीगल सैल के प्रदेश चेयरमैन लाल बहादुर खोवाल, हरियाणा टैक्स ट्रिब्यूनल के पूर्व सदस्य हरपाल बूरा, बरवाला विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी भूपेंद्र गंगवा, प्रदेश प्रवक्ता अश्वनी शर्मा, सीटू जिला अध्यक्ष कामरेड सुरेश कुमार, उप प्रधान कामरेड देशराज,राज्य कर्मचारी अध्यक्षआर.सी. जग्गा, आशा वर्कर यूनियन जिला प्रधान सीमा देवी, सीपीआईएम कार्यवाही सचिव दिनेश सिवाच, सर्व कर्मचारी संघ ब्लाक प्रधान सुरेन्द्र मान, भवन निर्माण कामगार यूनियन जिला सचिव मनोज कुमार सोनी, पीटीआई यूनियन प्रधान विजय कुमार, रिटायर्ड कर्मचारी संघ प्रधान आनंद सांगवान, महिला समिति नेता निर्मला देवी,व्यापारी नेता अनिल शर्मा, सत्यपाल अग्रवाल, राजगुरु मार्केट एसोसियेशन के गौतम नारंग,राजगुरु मार्केट आर्गेनाइजेशन के प्रधान अजय सैनी, युवा जिला प्रधान मंगल ढालिया, बिश्नोई मंदिर मार्केट व न्यू राजगुरु मार्केट प्रधान राजेंद्र चुटानी, संरक्षक अक्षय मलिक, शिव कुमार सैनी, श्री राम राजलीवाला, महेश चौधरी, सुरेंद्र चौधरी, सीताराम सिंगला, ओमप्रकाश मलिक, राजीव बंसल, अमर गुप्ता,स्नेहलता निंम्बल, मोनू गोयल, होलसेल क्लॉथ मार्केट के प्रधान रमेश रॉयल, तिलक बाजार प्रधान छत्रपाल सोनी, नरेश बंसल, ईश्वर गोयल, एनके गोयल, तेलिया पुल प्रधान अशोक असीजा, पार्षद प्रतिनिधि पंकज दीवान, सुशील शर्मा, ललित बंसल, सुभाष गोयल,राजेंद्र बंसल, शशि गोयल, बजरंग लाल असरावा, सत्य प्रकाश आर्य, निरंजन गोयल, त्रिलोक कंसल, प्रदुमन गोयल, अमीता वर्मा,सज्जन गुप्ता, अशोक बंसल, राममेहर घिराया, इंदर राज सिंह, संतोष जून, वेद प्रकाश, बी एल शर्मा, हरफूल खान भाटी, चंद्रभान काजला, नरेंद्र गर्ग, शवेता शर्मा, वेद प्रकाश, सुरेंद्र बागड़ी आदि नेताओं ने अपने विचार रखे। Post navigation अवार्ड वापसी गैंग और किसान आंदोलन की राजनीति पर छाया किसका कंधा , किसकी बन्दूक और कहां निशाना ,, ,,?