करीब ढाई करोड़ की लागत से बनाया जाना है यह अंडर पास. रेल यात्री संघ के अध्यक्ष योगेंद्र ने डीआरएम को सौंपा मांग पत्र. मिला आश्वासन 2021 जनवरी माह में आरंभ होगा अंडरपास का निर्माण फतह सिंह उजालापटौदी । दिल्ली , गुरूग्राम और रेवाड़ी के बीच महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन पटौदी के जाटौली रेलवे फाटक पर अंडरपास बनाने का मामला एक बार फिर से गरम हो गया है । वास्तव में इस अंडरपास का निर्माण कार्य करीब 1 वर्ष पहले ही आरंभ हो जाना चाहिए था । लेकिन कथित राजनीतिक कारणों और राजनीतिक नेताओं के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर अंडरपास निर्माण का शुभ मुहूर्त का समय तय नहीं हो सका । यह अंडरपास करीब ढाई करोड रुपए की लागत से बनाया जाना प्रस्तावित है । बीते वर्ष 13 दिसंबर को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक टीपी सिंह सहित अन्य अधिकारियों के द्वारा बहुप्रतीक्षित जाटोली फाटक पर प्रस्तावित अंडर पास साइट का मौका मुआयना भी किया था और भरोसा दिलाया था कि शीघ्र ही इसका निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा । इसके कुछ समय बाद ही कोरोना महामारी को लेकर चला लंबा लाॅकडाउन एक समस्या बन गया । पटौदी रेलवे स्टेशन पर अक्सर लंबी लंबी गुड्स ट्रेन खड़ी रहने के कारण कई-कई घंटों तक रेलवे फाटक को बंद रखा जाता है । जिसके कारण आम लोगों को जाटोली और हेली मंडी के बीच आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । पटौदी स्टेशन पर गुड्स ट्रेन खड़ी हो अथवा ट्रेन को ज्यादा समय तक खड़ा करके नहीं रखा जाए, इस मामले को लेकर भी अनेकों बार विरोध प्रदर्शन सहित रेलवे अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा जा चुके हैं । इतना ही नहीं मजबूरी में गुड्स ट्रेन को पारकर आपात स्थिति में आने जाने के दौरान कई हादसों में लोगों की मौत भी हो चुकी है । कोरोना महामारी के किसी हद तक नियंत्रण में आने और अनलाॅक घोषित किया जाने के साथ ही दिल्ली रेवाड़ी रूट पर विभिन्न एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के संचालन को देखते हुए अब एक बार फिर से जाटोली फाटक 46 सी पर अंडरपास को बनाए जाने का मामला गरम हो गया है । इसी संदर्भ में पटौदी दैनिक रेल यात्री संघ के अध्यक्ष योगेंद्र चैहान और मास्टर के पी सिंह ने उत्तर रेलवे दिल्ली डिवीजन के डीआरएम एससी जैन को एक बार फिर से जाटोली फाटक पर अंडरपास बनाए जाने के लिए ज्ञापन सौंपा है । दैनिक यात्रियों को यह भी आशंका बनी हुई थी कि करीब 1 साल से लंबित पड़े अंडरपास निर्माण के प्रोजेक्ट के आरंभ नहीं होने की वजह से कहीं इसका ठेका रद्द तो नहीं हो चुका है? इस पर डीआरएम ने आश्वासन दिया कि अंडरपास निर्माण का टेंडर कैंसिल नहीं हुआ है , जिस भी कंपनी को यह अंडरपास बनाना है काम उसके द्वारा ही किया जाएगा। डीआरएम ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए कहा कि कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए रेलवे के सामने आर्थिक परेशानियां भी बनी हुई है। लेकिन जटोली फाटक 46सी पर बनाया जाने वाला अंडर पास पहले से ही मंजूर और इसका टेंडर हो चुका है । डीआरएम ने आश्वासन दिया है की वर्ष 2021 के पहले माह जनवरी में ही जाटोली फाटक पर अंडरपास का निर्माण कार्य आरंभ करवा दिया जाएगा। इसी मौके पर दैनिक रेल यात्री संघ प्रतिनिधि मंडल के द्वारा आरएनटी ,चेतक, इंटरसिटी और पूजा ट्रेनों के चलाने पर भी दैनिक यात्रियों की तरफ से मांग रखी। ट्रेनों के संचालन की मांग पर डीआरएम ने बताया कि कौन-कौन सी ट्रेन चलेगी और कौन सी नहीं चलाई जाएंगी , इस बात का अंतिम फैसला रेलवे बोर्ड के द्वारा ही किया जाएगा । फिलहाल सबसे बड़ी और गंभीर समस्या जाटोली फाटक पर खड़ी रहने वाली ट्रेन की है । जो कि आम लोगों के आवागमन में बहुत बड़ी बाधा बनी रहती हैं । जाटोली और हेली मंडी के बीच सुगम आवागमन के लिए एकमात्र विकल्प यहां बनाया जाने वाला अंडर पास ही है । इस अंडरपास के बनाने का आश्वासन दिल्ली डिवीजन उत्तर रेलवे के डीआरएम एससी जैन के द्वारा दिया गया है। Post navigation 7000 शहरों में से पहले 10 शहरों में हो हमारे शहर का नाम दुष्यंत चौटाला सत्ता लालच छोड़ कर किसानों की मदद में आगे आएं : सुनीतावर्मा