5 दिसम्बर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा के आम लोगों से अपील की कि वे किसानों द्वारा तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 8 दिसम्बर को बुलाये गए भारत बंद का सक्रिय होकर समर्थन करके देश के 140 करोड़ लोगों के पेट की आग बुझाने वाले अन्नदाता किसान के अन्न का कर्ज चुकाये। वहीं विद्रोही ने प्रदेशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी आग्रह किया कि वे 8 दिसम्बर के भारत बंद को सफल बनाने के लिए आंदोलनरत किसान संगठनों का खुलकर साथ दे। जिस तरह हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री, केन्द्रीय मंत्री, भाजपा सांसद, विधायक किसानों के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर रहे है व उनकी आवाज को दबाने-कुचलने के कुप्रयास में सत्ता दुरूपयोग की सभी हदे पार कर रहे है, उसके खिलाफ हरियाणा के जागरूक, मेहनतकश लोगों को ना केवल 8 दिसम्बर को भारत बंद को सफल बनाना है अपितु इस बात भी ध्यान रखना है कि 8 दिसम्बर को हरियाणा की ओर से दिल्ली जाने वाला हर रास्ता सील होना चाहिए ताकि हरियाणा की ओर से पंरिदा भी दिल्ली में प्रवेश न कर सके। 

विद्रोही ने इस बात पर भी चिंता प्रकट की कि दक्षिणी हरियाणा के मेहनतकश किसान अपना किसान धर्म निभाने की बजाय नेताओं के प्रति निजी आस्था का धर्म निभाकर ना केवल अपने पेशे के साथ अन्याय कर रहे है अपितु भविष्य की किसान पीढ़ी के अच्छे भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे है। धारा के विपरित चलकर सत्ता की भक्ति करने वाले दक्षिणी हरियाणा के मेहनतकश लोगों को सत्ता की चापलूसी करने की बजाय अपने किसान धर्म को निभाने आगे आकर किसान आंदोलन का समर्थन करके दिल्ली-जयपुर हाईवे व पटौदी-दिल्ली सडक मार्ग को सील करके किसान भाईयों की लड़ाई में अपनी आहुति डालने के लिए आगे आना चाहिए। विद्रोही ने आशा प्रकट की कि दक्षिणी हरियाणा के मेहनतकश किसान भी प्रदेश व देश के अन्य किसानों की तरह अपना किसान धर्म निभाकर मोदी सरकार के तीन काले कानूनों के खिलाफ चल रही निर्णायक लडाई में अपना योगदान देंगे।

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