भिवानी/मुकेश वत्स

किसान आन्दोलन के समर्थन में सीटू व किसान सभा गांवों में अभियान चलाने का निर्णय संयुक्त बैठक में किसान सभा राज्य उपाध्यक्ष मास्टर शेर सिंह की अध्यक्षता में लिया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए सीटू राज्य कोषाध्यक्ष कामरेड़ विनोद कुमार व किसान सभा जिला प्रधान करतार ग्रेवाल ने कहा की भाजपा सरकार किसान विरोधी काले कानून लागू कर किसानी व खेती को बर्बाद करने में तुली हुई हैं। इन काले कानूनों से कृृषि बर्बाद हो जाएगी तथा किसान आत्महत्या करने पर मजबूर होगा।

सरकार इन काले कानूनों को लागू होने से किसान को आजादी मिलने के दावे में बिल्कुल भी सचाई नही है। किसान पहले भी आजाद था। मगर अब भाजपा सरकार ने किसानो को बर्बाद करके अडानी, अम्बानी को लाभ पहुंचाने के लिए काले कानून बनाये हैं। जिससे न केवल किसानों को बर्बाद कर देगी बल्कि दूसरी ओर आम जनता की भी लूट की सीधी छुट मिल जाएगी। आवश्यक वस्तु अधिनियम को खत्म करने का खामियाजा आवश्यक वस्तुओं को महंगे दामों के रूप में भुगतना पड़ रहा है। किसान संगठनों ने तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक ऐलान किया हुआ था कि 26-27 नवम्बर को दिल्ली कूच करेगे किसानों के पास आंदोलन के सिवाय कोई रास्ता नही बचा था। किसानों के जत्थे अलग-अलग रास्तो से बाईक, ट्रैक्टरों पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करते हुए दिल्ली की तरफ कूच कर चुके है।

सरकारी आदेश पर प्रशासन ने रास्ते में ही रोडो पर बैरिकेट लगाकर किसानो को रोकना चाहा लेकिन किसानी सघर्षं व हौसलों के आगे तमाम पुख्ता प्रबंध हवाई साबित हुए। किसानों के उपर पुलिसियां लाठीचार्ज, वाटर कैनेन, आसू गैस के गोले दागे गए लेकिन किसान जिन्दगी से खेलते हुए अपनी खेती बचाने के लिए दिल्ली प्रवेश कर गए। काफी किसान नेताओं पर झुठे मुक्दमें दर्ज कर जेलो में डाला गया उसके बावजूद भी किसान पीछे नही हटे। किसान आन्दोलन में पंजाब के किसान ने सहादत भी दी लेकिन मोदी सरकार के कानों पर कोई जू नही रेंगी हैं।

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