आज 71 वें संविधान दिवस के उपलक्ष में डॉक्टर बी आर अंबेडकर पार्क में पुस्तकालय मॉडल टाउन में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगराधीश संजीव कुमार (एचसीएस) व विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री संदीप भाटी सहायक जिला न्यायवादी एवं श्री सतीश कुमार भानखड़ सहायक जिला न्यायवादी डीटीपी रेवाड़ी रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संजीव कुमार ने बाबा साहब के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा कर शपथ दिलाई और कहा कि हर भारतीय को संविधान के दायरे में रहकर कार्य करने चाहिए और संविधान का पूर्ण सम्मान करना चाहिए। संजीव कुमार ने कहा की बाबा साहब ने कहा था कि शिक्षा की अलख जगाकर ही कोई भी व्यक्ति अपने जीवन मे उन्नति की रोशनी जगमगा सकता है। इसके साथ ही अगर हमें डॉ आंबेडकर के साथ विचारों पर आगे बढ़ना है तो उनके पदचिन्हों पर चलकर ही ये कार्य पूर्ण हो सकता है। इसके साथ ही हमारी कोशिश यह होनी चाहिए कि हम जहां पर भी रहे वहां पर कम से कम एक लाइब्रेरी का निर्माण जरूर कराकर अपना सहयोग दे ताकि आने वाली पीढ़ियों को उसका फायदा मिल सके। विशिष्ट अतिथि सन्दीप भाटी ने कहा कि बाबा साहेब ने सविधान को किसी एक व्यक्ति या जाति के लिए नहीं लिखा था बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के लिए संविधान लिखा गया था । संविधान के अनुसार हर व्यक्ति को समान अधिकार प्राप्त है चाहे वो छोटा हो या बड़ा। वो अधिकार देश के राष्ट्रपति को भी है और एक आम नागरिक को भी। लेकिन आजादी के इतने सालों बाद भी जो भेदभाव दलित शोषित पिछड़े वर्ग पर हो रहा है उसके लिए दलित शोषित पिछड़े वर्ग को एकजुट होकर अपने हक और अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा तभी हम बाबा साहब के कारवे को आगे बढ़ा सकेंगे। क्योंकि बाबा साहब ने कहा था कि भले ही आप मेरे कारवे को आगे ना ले जा सको लेकिन उस कारवे को पीछे मत जाने देना इसलिए हमें समाज हित के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। सहायक जिला न्याय वादी सतीश कुमार भानखड़ ने कहा कि हर व्यक्ति को समाज के हित में अपना योगदान किसी न किसी रूप में देना चाहिए। इसके लिए पे बैक टू सोसायटी की विचारधारा को अपने जीवन मे धारण करना पड़ेगा। इसके साथ ही कुछ बाबा साहेब के तीन मूल मन्त्रो को अपने जीवन मे उतारने होंगे। मंच का संचालन एडवोकेट रजवन्त डहीनवाल ने किया।सेवा स्तम्ब के प्रधान जगदीश प्रसाद डहीनवाल ने संस्था की ओर से कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर एडवोकेट कमल निम्भल, एडवोकेट आनंद कुमार, एडवोकेट दिनेश दिसोदिया, वरिष्ठ अधिवक्ता रोहतास सिंह, एडवोकेट जेपी भारती, एडवोकेट ललिता भारती, एडवोकेट रणवीर सिंह, एडवोकेट जगत निनानिया,एडवोकेट श्याम सिंह,एडवोकेट करण सिंह,एडवोकेट सतीश कुमार,एडवोकेट राकेश पवार,एडवोकेट कुसुम लता पनवाल, एडवोकेट सुनीता सिंहएडवोकेट कृष्ण कुमार ,एडवोकेट महेश कुमार, एडवोकेट राजू सोलंकी,एडवोकेट प्रवीण कुमार,,एडवोकेट निधि, एडवोकेट चाँद राम, एडवोकेट परवीन कुमार, एडवोकेट राकेश कुमार, एडवोकेट सतीश कुमार,एडवोकेट प्रवीण जाजोरिया, एडवोकेट राजकुमार, एडवोकेट हरीश कुमार, आरपी सिरोहा, भगतसिंह सांभरिया, महेश दत्त,आरपी जिनागल, रामपाल मेहरा, श्योकरन मेहरा, कृष्ण कुमार मूलनिवासी,पीडी मेहरा, रामप्रकाश तोंदवाल,सुरजीत सिंह गोपीराम बढालिया,फूल सिंह नाहरवाल, वीडी मेहरा, मोनिका मेहरा,चौधरी , सन्तोष अलवारिया, सहित समाज के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे । Post navigation किसानों को दिल्ली जाने से रोकना, किसानों की आवाज को दबाने की पराकाष्ठा : विद्रोही किसान विरोधी सरकार को सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार है ? विद्रोही