भिवानी/मुकेश वत्स

 दिव्यांग बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, वे भी सामान्य बच्चों से भी ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, जरूरत है तो उन्हें सही प्रशिक्षण और विशेष प्रोत्साहन देने की। ये विचार चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरके मित्तल ने आस्था स्पेशल स्कूल में दिव्यांग बच्चों से संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किये।

उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर इन दिव्यांग बच्चों को मुख्य धारा में लाने के प्रयास करने चाहिए। दिव्यांग बच्चों में विशेष प्रतिभा होती है यदि उन्हें सही प्रोत्साहन, प्रशिक्षण एवं प्लेटफार्म उपलब्ध करा दिया जाए तो वे अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने आस्था स्कूल में प्रबोधनी एकादशी पर रूद्राक्ष का पौधा लगाया। उन्होंने दिव्यांग बच्चों संग संवाद कर स्कूल में चल रही सुविधाओं एवं प्रशिक्षण की जानकारी ली। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से आस्था स्कूल को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।

आस्था स्कूल के मुख्य संरक्षक प्रसिद्ध साहित्यकार शिवनारायण शास्त्री ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को मुख्यधारा में लाना उनकी सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है। उन्होंने आस्था स्कूल को भू-खंड दान किया है। आस्था स्कूल की प्राचार्य एवं संचालिका डाक्टर सुमन शर्मा, संस्थापक डाक्टर विजय शर्मा ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सतत् संयमित उपभोग अभियान में शामिल होने का संकल्प लिया।

error: Content is protected !!