सी.वी रमन ने विज्ञान के क्षेत्र में भारत को दिलाई एक अलग पहचान : रीतिक वधवा

महान वैज्ञानिक डॉक्टर सी वी रमन की पुण्यतिथि पर भाजपाइयों नेे किया नमन

भिवानी, –  भारत के महान वैज्ञानिक डॉ. सीवी रमन  जिन्होने भारत को वैज्ञानिक नज़रिए से मज़बूत बनाने में अपना अतुलनीय योगदान दिया। आज डॉ. सीवी रमन की पुण्यतिथि पर भाजपाइयों ने माल्यार्पण करके उन्हें नमन किया !

नमन करते हुए भाजपा नेता रीतिक वधवा एवं धार्मिक  सामाजिक संगठन के संयोजक विनोद अत्री ने कहा कि डॉ. सीवी रमन की पुण्यतिथि पर देशवासी नमन कर रहे हैं। सीवी रमन को वैज्ञानिक शोध और युवाओं में विज्ञान के प्रति लगाव पैदा करने के लिए याद किया जाता है। तो वही लोग इन्हे भौतकी के नोबेल पुरस्कार विजेता के रूप में भी जानते है।

  नोबेल पुरस्कार मिलने से पहले सीवी रमन एक सरकारी पद पर कार्यरत थे। दरअसल, 1906 में एम. ए. की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें वित्त विभाग में जनरल एकाउंटेंट के पद पर नौकरी मिल गई। उस वक्त सरकारी नौकरी में इतना ऊंचा पद पाने वाले रमन पहले भारतीय थे। लेकिन उन्हे शायद जिंदगी में कुछ और मुकाम हासिल करना था। लिहाज़ा सरकारी नौकरी छोड़ दी।

1917 में सीवी रमन ने सरकारी नौकरी से त्याग पत्र देकर कलकत्ता के एक नए साइंस कॉलेज में भौतिक विज्ञान का अध्यापक बन गए। भौतिकी में उन्हे गहरा लगाव था।। धीरे-धीरे डा. रमन ने अपने शोध कार्य को आगे बढ़ाया और उन्हें सफलता भी मिली। उन्होंने कहा कि सीवी रमन चाहते तो वो भारत के उपराष्ट्रपति भी बन सकते थे। लेकिन उन्होने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। जी हां भारत सरकार की ओर से साल 1952 में उनके पास भारत का उपराष्ट्रपति बनने का प्रस्ताव आया था। इस पद के लिए सभी राजनितिक दलों ने उनके नाम का समर्थन किया था। लेकिन डॉ. रमन ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया और विज्ञान की दिशा में अपना कार्य जारी रखा। 21 नवंबर 1970 को इनका निधन हो गया। लेकिन विज्ञान के क्षेत्र में दिए अपने अतुलनीय योगदान के चलते वो अमर हो गए। और आज भी युवाओं को प्रेरणा दे रहे हैं।

इस अवसर पर  जिला सचिव सुनील चौहान , डा. योगेश, पंकज शर्मा, पंकज कुमार,  नवीन कुमार, हेमंत, धीरज कुमार, जोगेंद्र, कमल, प्रेम कुमार, मुकेश कुमार, नरेंद्र, प्रदीप, राजेश, राजन, दीपक कुमार,  ने भी माल्यार्पण करके उन्हें नमन किया।

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