16 नवम्बर 2020  – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने नसीबपुर नारनौल के मैदान में 163 वर्ष पूर्व देश की आजादी के लिए 16 नवम्बर 1857 को राव तुलाराम के नेतृत्व में शहीद हुए लगभग पांच हजार वीर शहीद सैनिकों को अपने कार्यालय में भावभीनी श्रद्घाजंली अर्पित की।

नसीबपुर के मैदान में शहीद हुए इन वीर सैनिकों को कपिल यादव, अमन कुमार, अजय कुमार, प्रदीप यादव, कुमारी वर्षा ने अपने श्रद्घासुमन अर्पित किए। विद्रोही ने कहा कि आज से 163 वर्ष पूर्व 16 नवम्बर 1857 को एक ही दिन में लगभग पांच हजार भारत के वीर सैनिकों ने अंगे्रेजी सेनाओं के खिलाफ नसीबपुर के मैदान में शहादत देकर दुनिया के युद्घ इतिहास में ऐसी मिसाल कायम की, जिसका उदाहरण शायद ही कहीं मिले। एक ही दिन में पांच हजार के लगभग वीरगति पाने वाले इन रणबांकुरों में अहीरवाल, मेवात व राजस्थान की शेखावटी से सम्बन्धित 36 बिरादरी के वीर सैनिकों थे, जिन्होने राव तुलाराम के नेतृत्व में 16 नवम्बर 1857 को नसीबपुर के मैदान में देश के लिए शहादत दी।              

 विद्रोही ने कहा कि नसीबपुर के मैदान में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के नसीबपुर के युद्घ में जिस अतुल्य शौर्य का परिचय देकर अहीरवाल, मेवात, शेखावटी के वीर सैनिकों ने अपनी शहादत दी, उसे याद करके आज भी हरियाणा के लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है और देश की सुरक्षा के लिए अपना सबकुछ कुर्बान करने का जज्बा पैदा हो जाता है। इसी का परिणाम है कि आज देश की लगभग 15 लाख सैनिकों वाली सेना में हरियाणा से सम्बन्धित सबसे ज्यादा सैनिक है और हरियाणा के सैनिक देश की रक्षा व सुरक्षा में फौज में कुर्बानी देने में सबसे आगे रहते है। विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल, मेवात व शेखावटी के वीर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को इतिहास में जो मान-सम्मान मिलना चाहिए था, वह आज भी उन्हे नही मिल पाया है जो अत्यंत दुखदायी है। प्रदेश व भारत सरकार को 16 नवम्बर 1857 को एक ही दिन में शहीद हुए इन पांच हजार वीर सैनिकों की याद में नसीबपुर नारनौल में एक भव्य युद्घ स्मारक का निर्माण करना चाहिए क्योंकि एक दिन किसी युद्घ में पांच हजार सैनिकों की वीरगति प्राप्त करने की मिसाल देश के अन्य किसी युद्घ में नही मिलती है।               

विद्रोही ने देश की आजादी के लिए अपना अमर बलिदान देने  वाले इन सभी ज्ञात-अज्ञात पांच हजार वीर सैनिकों व स्वतंत्रता सेनानियों को शत-शत प्रणाम किया।

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