-कमलेश भारतीय आईपीएल से पहले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स की विदाई हुई प्ले ऑफ से पहले ही । अनसंग । बिना धूम थड़ाके के । अब विराट कोहली की आरसीबी भी विदा हो गयी । किसी भी आईपीएल सीजन में विराट आरसीबी को खिताब नहीं दिला सके जबकि धोनी कितनी बार यह करिश्मा कर चुके । धोनी की आलोचना कम हुई क्योंकि अब वे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं जबकि विराट अभी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हैं । इसलिए इनकी आलोचना शुरू हो गयी है । गौतम गंभीर हो या सुनील गावस्कर या फिर मंजेरेकर सबने विराट की आलोचना की है । जबकि आस्ट्रेलिया दौरे पर विराट फिर कप्तान हैं । रोहित शर्मा चुनौती दे रहे है । जैसे कभी विराट धोनी को चुनौती दे रहे थे । यह क्रिकेट है । यह खेल है । यही जीवन है । यहां चुनौतियां मिलती हैं । विराट को भी मिल रही हैं हर खेल में चुनौतियां ही चुनौतियां । चाहे राजनीति हो ।।चाहे फिल्म ।।चाहे कोई भी क्षेत्र । अन्ना हजारे के कंधों पर चढ़ कर आए केजरीवाल मुख्यमंत्री बन गये । राजस्थान में सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री भी न रहे । कोई कांग्रेस से निकला और कुछ का कुछ बन गया । फिल्म में कभी ऋषि कपूर ने राजेश खन्ना को पछाड़ा तो कभी शाहरुख ने ऋषि कपूर को । यह हर क्षेत्र में चलता है । आज कोई शिखर पर तो कल कोई शिखर पर । इसीलिए राजेश खन्ना कहते थेजहां आज तुम होवहां कल मैं थाऔर आगे कौन होगा ?यह सही है । सदा कोई शिखर पर नहीं रह सकता । ट्रम्प गये और नये राष्ट्रपति आए । यह सिलसिला चलता रहेगा । जहां आज विराट हैं , वहां कल रोहित हो सकते हैं । जहां रोहित होंगे वहां कोई और भी आयेगा । यह आना जाना लगा रहेगा क्योंकि यही तो जीवन है और यही इसकी खूबसूरती । कभी राजकपूर शो मैन रहे तो कभी मनोज कुमार और फिर सुभाष घई । आज कोई भी नहीं । यह समय है । समय चक्र है । घूमता रहता है । विराट संभल जाओ । खेल खेलो और ध्यान दो । धोनी कहते थे कि कोई विकेट-कीपर तैयार हो तो छोड़ देंगे । अब विकेट-कीपर तो मिला नहीं पर धोनी भी वैसे कूल नहीं रहे । वैसे अनहोनी करने वाले नहीं रहे । यही खेल है और यह चलता रहेगा । Post navigation हिंदी साहित्य प्रेरक सम्मान समारोह पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये, अन्वेषण और शोध की परंपरा नहीं रही : पंकज चतुर्वेदी