परोल भाजपा के शीर्ष नेताओं के निर्देश के बाद दी गई थी। इस बारे में सिर्फ मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा सरकार के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को ही जानकारी थी।

अशोक कुमार कौशिक

दो साध्वियों से दुष्‍कर्म और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्‍या मामले में रोहतक की सुनारियां जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिह को गुपचुप तरीके से एक दिन की परोल मिली है। ‘ हरियाणा सरकार ने इस बारे किसी को कानोकान खबर नही होने दी। द टाइम्स ऑफ इंडियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक संत गुरमीत राम रहीम सिह को परोल भाजपा के शीर्ष नेताओं के निर्देश के बाद दी गई थी। यह परोल 24 अक्टूबर को दी गई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक इस बारे में सिर्फ मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और हरियाणा सरकार के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को ही जानकारी थी। यहां तक ​​कि संत गुरमीत राम रहीम सिह को ले जाने वाले जवानों को भी नहीं पता था कि वे किसे लेकर जा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि संत गुरमीत राम रहीम सिह को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए एक दिन का परोल मिला था। वह गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती है। डेरा प्रमुख को सुनारिया जेल से गुरुग्राम अस्पताल तक भारी सुरक्षा के बीच ले जाया गया।

संत गुरमीत राम रहीम सिह 24 अक्टूबर को गुरुग्राम के अस्पताल में अपनी बीमार मां के साथ शाम तक रहे। टीओआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके लिए हरियाणा पुलिस की तीन टुकड़ी तैनात थी। एक टुकड़ी में 80 से 100 जवान थे। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को जेल से पुलिस की बंद गाड़ी में लाया गया। गाड़ी में पर्दे लगे हुए थे और इसमें कौन जा रहा है इसके बारे में किसी को खबर नहीं थी।

गुरुग्राम में पुलिस ने अस्पताल के बेसमेंट में गाड़ी पार्क की और जिस फ्लोर में उसकी मां का इलाज चल रहा था, उसे पूरा खाली करा दिया गया। रोहतक एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि “हमे जेल सुपरिंटेंडेंट से संत गुरमीत राम रहीम सिह के गुरुग्राम दौरे के लिए सुरक्षा व्यवस्था का निवेदन मिला था। हमने 24 अक्टूबर को सुबह से लेकर शाम ढलने तक सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। सब कुछ शांति से हुआ।”

इससे पहले बाबा दो बार पैरोल की अर्जी दे चुके हैं और बाद में वापस भी ले चुके हैं। 2018 के आखिरी में बाबा ने डेरा सच्‍चा सौदा में अपनी एक गोद ली बेटी की शादी में शामिल होने के लिए पैरोल की अर्जी दी थी, लेकिन बाद में वापस ले ली थी। वहीं पिछले साल जून के महीने में संत गुरमीत राम रहीम सिह ने 42 दिन की पैरोल मांगी थी। जिसके बाद काफी विवाद हुआ था और उन्होने पैरोल संबंधी अर्जी को वापस ले लिया था।

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