सीएम मनोहर लाल खट्टर को इस मामले में लिखा गया पत्र. मानेसर व आसपास के क्षेत्र को बनाया जाए नया नगर निगम फतह सिंह उजालापटौदी । पटौदी से बीजेपी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता अपने एक वर्ष के कार्यकाल से बेशक उतने संतुष्ट नहीं रहे, जितना कि उन्हें अपने हलके में काम होने की उम्मीद थी । इसका मुख्य कारण रहा करोना कल, जिसकी वजह से लगभग 5 से 6 माह कोरोना आपदा से निपटने और पुनः व्यवस्था के पटरी पर लौटने में ही बीत गया । फिर भी 1 वर्ष के दौरान उनके द्वारा जो कुछ कार्य किए गए , वह आम लोगों की अपेक्षा के मुताबिक उम्मीदों पर खरा उतरने वाले साबित ही हुए हैं । इसी कड़ी में बीजेपी के पूर्व सह प्रवक्ता और मौजूदा समय में पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता नें जिला गुरुग्राम में एक और नया नगर निगम बनाने का मुद्दा उठाकर मुख्यमंत्री खट्टर सहित सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर डाला है । एमएलए जरावता ने मांग की है कि मानेसर और आसपास के क्षेत्र को मिलाकर एक और नया नगर निगम बनाया जाए । गुरुग्राम सिटी अथवा जिला में गुरुग्राम मुख्यालय पर पहले ही गुरुग्राम नगर निगम है और निगम में शहर के साथ लगते अनेक गांव भी शामिल हो चुके हैं । इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए एमएलए जरावता जो कि स्वयं मानेसर के रहने वाले हैं और मानेसर पटौदी विधानसभा क्षेत्र का ही औद्योगिक इलाका है, ऐसे में एमएलए जरावता ने हीं मानेसर के साथ लगते गांवों को मिलाकर अलग से नगर निगम बनाने की मांग की है । इस संदर्भ में उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखकर ध्यान आकर्षित करते हुए इस मांग पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध भी किया है । एडवोकेट जरावता के मुताबिक मानेसर औद्योगिक क्षेत्र हरियाणा का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र है , जोकि जिला गुरूग्राम के साथ ही दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर स्थित है । मानेसर के पास में ही केएमपी स्थित है । मानेसर में औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ इसके आसपास के गांवों की संख्या को देखते हुए ही उन्होंने मानेसर को नगर निगम बनाने की मांग की है । जरावता के मुताबिक मानेसर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । औद्योगिक क्षेत्र मानेसर में औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले विभिन्न क्षेत्रों के मजदूर और अधिकारी मानेसर के साथ लगते गांव कासन, खोह, नैनवाल, नाहरपुर, नवादा, फतेहपुर, आलिया ढाणा, बंास ,काकरोला, भांगरोला, ढ़ोरका, वजीरपुर ,बढ़़ा, सिकंदरपुर, रामपुरा, शिकोहपुर, नखरोला, नोरंगपुर ,बाढ़ गुर्जर, सहारावन , बड़ौदा ,फखरपुर, ,फाजलवास ,वजीरपुर, हयातपुर, दिखा, गुरुग्राम के सेक्टर 77 से सेक्टर 93 में रह रहे हैं । जरावता के मुताबिक उपरोक्त सभी गांव सेक्टर 77 से 94 के बीच में शामिल है । इन सभी गांवों की जनसंख्या भी 5 लाख से अधिक है । ऐसे में जनसंख्या का बोझ बढ़ने से आम लोगों के लिए स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य ,शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन सहित अन्य जन सुविधाओं का संचालन यहां की अलग-अलग गांवों की पंचायतें सही प्रकार से नहीं कर पा रही है । जिसके कारण उद्योग के लिए चर्चित औद्योगिक क्षेत्र मानेसर और आसपास के गांवों में विभिन्न प्रकार की समस्याएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही है । एमएलए जरावता ने सीएम खट्टर का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा है कि बदलते परिवेश में समेकित योजना का समेकित क्रियावयन अति आवश्यक है । जोकि अलग-अलग पंचायतें अपने स्तर पर करने में असमर्थ साबित हो रही है । ऐसे में उन्होंने सीएम खट्टर से अनुरोध किया है कि औद्योगिक क्षेत्र मानेसर के साथ लगते गांवों के समुचित और चहुंमुखी विकास के लिए यहां की बढ़ती आबादी और उसी अनुपात में समस्याओं के समाधान के लिए इन गांवों के समुचित और चहुमुखी विकास के साथ-साथ बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त गांवों को मिलाकर समय के साथ-साथ नया नगर निगम भविष्य की भी मांग महसूस की जा रही है । ऐसे में राज्य सरकार समय रहते और भविष्य को ध्यान में रखते हुए मानेसर क्षेत्र को अलग से नगर निगम बनाने पर जनहित में गंभीरता से विचार करते अपना फैंसला भी लें। Post navigation जहरीली शराब से हुई मौतों की जवाबदेही किसकी ? : सुनीता वर्मा खबर का असर : पटौदी नागरिक अस्पताल में कोविड-19 के टेस्ट फ्री होंगे