गुरुग्राम में कोविड-19 ले चुका 222 लोगों की जान. देहात में गुरुवार को यह आंकड़ा पहुंच गया 49 तक.
सिटी सहित देहात में अभी भी 4255 एक्टिव केस  

फतह सिंह उजाला

गुडग़ांव। ।   हरियाणा की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम जोकि हरियाणा के राजस्व में सबसे अधिक राजस्व प्रदान कर रही है , इन दिनों वह पूरे हरियाणा में कोरोना कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों को लेकर चर्चा और चिंता का कारण बनती जा रही है । गुरुवार को एक बार फिर से कोरौना कोविड-19 तीन और लोगों की जिंदगी निगल गया । वहीं 555 नए कोविड-19 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं । यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन में दी गई है ।

सिटी से बाहर देहात कहलाने वाले इलाकों में भी करो ना कोविड-19 पहले की ही तरह अपनी पकड़ को मजबूत बनाकर रखे हुए हैं और देहात के इलाके में भी कोविड-19 के लिए पटौदी ब्लॉक सबसे अधिक सॉफ्ट इलाका बना हुआ है । गौरतलब है कि 1 दिन पहले बुधवार को भी तीन लोगों की जिंदगी कोविड-19 ने निगल ली थी और गुरुवार को भी तीन और लोगों की जिंदगी कोविड-19 ने निगल ली। बीते दो दिनों में मृतको की संख्या आधा दर्जन दर्ज की गई है । स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन में बताया गया है गुरुवार को 405 कोविड-19 स्वस्थ होने वालों में शामिल हैं । जिला गुरुग्राम में अभी तक कोरोना कोविड-19 के 32551 पॉजिटिव केस दर्ज किए जा चुके हैं । वही 28074 कोविड-19 के पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ होने वालों में शामिल हैं ।

अब सिटी से बाहर देहात के इलाके की बात की जाए तो पटौदी ब्लॉक में शामिल गांव और दो नगर पालिका क्षेत्र शामिल हैं, पटोदी ब्लॉक में गुरुवार को 35 नए कोरोना कोविड-19 के नए मामले दर्ज किए गए हैं । साथ लगते फरुखनगर ब्लॉक में लोगों के लिए सबसे अधिक राहत की बात रही कि यहां गुरुवार को केवल मात्र एक ही कोरोना कोविड-19 पॉजिटिव केस दर्ज हुआ है । वही सोहना ब्लॉक की बात की जाए तो यहां पर गुरुवार को नए 13 करोना कोविड-19 के पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं ।

बदलते मौसम में घटता तापमान भी साइबर सिटी गुरुग्राम और साथ लगते देहात के इलाकों में करोना कोविड-19 के बढ़ते पीड़ितों की संख्या को अपनी तरह घटाने में सहायक साबित होता नहीं दिखाई दे रहा है । वही कोरोना के साथ-साथ अब प्रदूषण की भी समस्या बढ़ती जा रही है , यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन के साथ-साथ अब पुलिस विभाग को भी करोना कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सक्रिय होना पड़ गया है । पुलिस विभाग के द्वारा कोरोना कोविड-19 और प्रदूषण दोनों को ही और अधिक बढ़ने अपना अथवा फैलने से रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है । अब देखना यह है पुलिस अथवा खाकी के एक्टिव होने के बाद कोरोना कोविड-19 और बढ़ता प्रदूषण इसी प्रकार से अपनी चाल और विस्तार को बनाए रखेगा या फिर आने वाले दिनों में करोना कोविड-19 के पॉजिटिव केस का आंकड़ा नीचे गिरता हुआ आम लोगों के लिए राहत प्रदान कर सकेगा । बहरहाल स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के लिए अब बढ़ते कोरोना कोविड-19 के केस और बढ़ते प्रदूषण के दोनों मोर्चों पर और भी अधिक मशक्कत करनी पड़ेगी।