चेयरमैन के पक्ष में 2 नवम्बर को डीसी को 11 सदस्यों के हल्फनामे. 29 अक्टूबर को डीसी को चेयरमैन गीता के खिलाफ पत्र सौंपे फतह सिंह उजालापटौदी। पंचायत समिति फर्रुखनगर की चेयरमैन गीता यादव के खिलाफ अविश्वास पत्र जिला उपायुक्त को सौंप कर चक्रव्यूह की रचना करने वाला विपक्षी गुट अपनी ही चाल में घिरता नजर आ रहा है। 4 नवम्बर को गुरुग्राम में अतिरिक्त उपायुक्त के समक्ष विपक्षी खेमे के समिति सदस्यों को पत्राचार करके दिए गए हल्फिया बयान पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया गया है। चेयरमैन गीता यादव ने अपना पक्ष रखते हुए 2 नवम्बर को जिला उपायुक्त को 11 समिति सदस्यों के हल्फनामे पेश किए थे और यह भी आरोप लगाया था कि विपक्ष द्वारा उनके खिलाफ सौंपे गए अविश्वास पत्र के साथ सलग्न हल्फनामें में कई फर्जी व पुरनी तिथियों के बने है। फर्जीवाडे का मामला संज्ञान में आने पर जिला उपायुक्त ने अविश्वास पत्र पर वोटिंग कराने से पूर्व दिए गए हल्फनामों की सत्यता की जांच के लिए एडीसी की जांच अधिकारी नियुक्त किया है। यह तो वक्त ही बताएगा की चेयरमैन की कुर्सी गीता यादव बचाने में सफल हो पाती है या फिर विपक्ष की गुगली पर बोल्ड होकर पैवोलियन लौटती है। 4 नवम्बर की जांच के बाद ही तय हो पायेगा कि चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास पत्र के लिए फलोर टैस्ट होगा या नहीं। बतां दे कि पंचायत समिति फर्रुखनगर की वाइस चेयरमैन कमलेश देवी के खिलाफ 20 फरवरी को अविश्वास पत्र के दौराण बैठक में चेयरमैन गीता यादव सहित 15 समिति सदस्यों ने सर्वसम्मति से अविश्वास पत्र के पक्ष में अपनी सहमति जताई थी। जिसके चलते फर्रुखनगर पंचायत समिति सदस्य दो अलग अलग गुटों में विभाजित हो गए थे। वाइस चेयरमैन की कुर्सी पाने के लिए दोनों पक्षों में एक दूसरे के गुटों पर सेंधमारी का खेल चला और मतदान के दौरान दोनों खेमों के 11-11 वोट आये। मामला बराबरी पर रहने के बाद सभी की सहमति से ड्रा द्वारा निर्णय किया गया। ड्रा में पूर्व वाइस चेयरमैन कमलेश देवी गुट के सोमप्रकाश यादव का नाम निकलने से विपक्षी खेमे में खुशी की लहर तो दौड ही गई । बल्कि चेयरमैन पद पर भी काबिज होने के लिए चक्रव्यूह रचना की गई। 14 समिति सदस्यों ने 29 अक्टूबर को जिला उपायुक्त को चेयरमैन गीता यादव के खिलाफ अविश्वास पत्र सौंप की चेयरमैन को हटाने के लिए लाम्बंध हो गए। चेयरमैन गीता यादव को जैसे ही अविश्वास पत्र की भनक लगी तो उन्होंने अपने रुष्ठ चल रहे समिति सदस्यों को मनाने का काय्र शुरु कर दिया और 2 नवम्बर को अपने पक्ष में 22 में से 11 सदस्यों के हल्फनामे जिला उपायुक्त की टेबल पर अपना पक्ष रख दिया। जिसके चलते मामला और भी दिलचस्प हो गया कि पंचायत समिति फर्रुखनगर में चेयरमैन, वाईस चेयरमैन सहित 22 सदस्य है और जिला उपायुक्त को दोनों पक्षों ने 25 हल्फनामे पेश किए है। लोगों में चर्चा का बाजार गर्म है कि आखिर 4 समिति सदस्य किसी अन्य ब्लॉक से तो नहीं लाए गए है। या फिर कुछ ऐसे सदस्य है जो दोनों में सवार होकर चुनावी सरगर्मी का लुत्फ उठा रहे है। पंचायत समिति सदस्यों के कार्यकाल समापन में भी मुश्किल से तीन माह का ही समय शेष रह गया है। Post navigation पराली जलाने से ठोका 2500-2500 जुर्माना निर्माणाधीन एडवोकेट्स चैंबर्स – डिप्टी सीएम दुष्यंत से आर्थिक सहयोग का अनुरोध