मामला हेली मंडी वार्ड 7 अनुसूचित बस्ती के पास का.
एक पखवाड़े से खुदा हुआ है लंबा चैड़ा खतरनाक गड्डा
स्थानीय प्रशासन नहीं समतल कर रहा खतरनाक खड्डे को

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   पटौदी हल्के की नगर पालिका हेली मंडी में कूड़े ,करकट सहित असहनीय गंदगी का मामला गंभीर समस्या के साथ-साथ चुनौती बना हुआ है । बीते काफी दिनों से यहां तरुण त्रिवेणी परिसर में बनाए गए डंपिंग यार्ड और एमआरएफ सेंटर की बाउंड्री से बाहर अनुसूचित अनुसूचित वर्ग की बस्ती के सामने लंबे चैड़े गहरे खड्डे खोद कर गंदगी को जमीन में दफन किया जा रहा था । इस मामले को देखकर स्थानीय नागरिक भड़क गए और जबरदस्त विरोध भी हुआ।

इस घटना को करीब एक पखवाड़े बीत चुका है । लेकिन अब लाख टके का सवाल यह है है कि अनुसूचित बस्ती के सामने कथित रूप से वक्फ बोर्ड की जमीन पर किस अदालत के आदेश, किस अधिकारी के निर्देश या अन्य अधिकृत अधिकारी के कहने पर यहां जेसीबी से गड्ढा खोदने का काम करते हुए बराबर में ही लगे कूड़े करकट के अंबार में से कूड़ा कचरा गड्ढे में भरकर समतल कर दिया गया  ? लेकिन बराबर में ही एक और खुदा हुआ गड्डा , अब हादसों को न्योता दे रहा है । इस खतरनाक लंबे चैड़े गहरे खड्डे के पास में ही एम आर एफ सेंटर और डंपिंग यार्ड की सीमेंट की फेंसिंग भी धराशाई हो चुकी है । अब ऐसे में यहां अंधेरे के समय में रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थानीय निवासियों को हादसे का डर सता रहा है ।

इसी कड़ी में सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि यदि आधिकारिक रूप से और लिखित आदेशा अनुसार गड्ढे खोदकर कूड़े करकट गंदगी को दबाया जा रहा था तो यह काम बीते एक पखवाड़े से पूरा क्यों नहीं किया जा रहा है ? मौके पर काम कर रहे जेसीबी चालक सहित हेली मंडी पालिका के मौके पर मौजूद कर्मचारी भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके और बीते 16 अक्टूबर को यहां गड्ढे की खुदाई और गंदगी को भरने वाली जेसीबी भी फिर लौटकर दिखाई नहीं दी है ।  न ही इस लंबे चैड़े गहरे खड्डे को मिट्टी भरकर संमतल किया जा रहा है ।

इस पूरे प्रकरण को देखते हुए विश्लेषण किया जाए तो अब यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं कि एमआरएफ सेंटर वह डंपिंग यार्ड सीमा क्षेत्र से अलग हटकर अनुसूचित बस्ती के सामने कथित अवैध और मनमाने तरीके से गड्ढे खुदवा कर यहां जबरदस्ती कूड़े करकट सहित गंदगी को दबाया जा रहा था। स्थानीय निवासियों का सवाल भी यही है कि यदि किसी अधिकृत और जिम्मेदार अधिकारी के लिखित आदेशानुसार गड्ढे खोदने सहित गंदगी भरने का काम किया जा रहा था , तो अब यह काम बीते एक पखवाड़े से क्यों पूरा नहीं किया जा रहा है ? 

इससे जाहिर होता है कि गड्ढे की खुदाई और गंदगी को भरने का काम पूरी तरह अवैध और गैरकानूनी तरीके से करते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गाइड लाइन सहित दिशानिर्देशों को भी ठेंगा दिखाते हुए यह सब काम किया गया । स्थानीय निवासियों की हेलीमंडी पालिका प्रशासन, पटौदी के एसडीएम, गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त व राज्य सरकार से पुरजोर मांग है कि बीते एक पखवाड़े से खोदकर छोड़ दिए गए गहरे लंबे चैड़े गड्ढे को अविलंब समतल करवाया जाए।

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