भिवानी/मुकेश वत्स बजरंग दल ने विजयदशमी पर जहरगिरी आश्रम में मंत्रों उच्चारण के साथ किया शस्त्र पूजन किया। आश्रम के श्री महंत अशोकगिरी महाराज ने युवाओं को शास्त्र और शस्त्र दोनों की महिमा बताते हुए कहा कि आदिकाल से सनातन धर्म मे शस्त्र पूजन की परंपरा रही है। हिन्दू धर्म मे हर देवी देवताओं के हाथ मे शस्त्र विराजमान लिए है, शस्त्र का अपने धर्म की रक्षा के लिए उपयोग में लिया जाता है। शस्त्र पूजन हिन्दू धर्म मे एक संस्कार है, देश की सेना आज के दिन अपने सभी शस्त्र की पूजन करते है। इसी प्रकार आज हर व्यक्ति का अपना धर्म है कि वो अपने शस्त्र की पूजन करें। शस्त्र का इस्तेमाल मर्यादा में रह कर करना चाहिए, जहां धर्म की रक्षा की बात हो। विश्व् हिन्दू परिषद् के जिला अध्यक्ष प्रदीप बंसल कार्यकर्तओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विजयदशमी के दिन की बहुत महिमा है नवरात्रों में मां दुर्गा के रूपों की पूजा अर्चना की जाती है जोकि शक्ति स्वरूप है। Post navigation वाहन चालकों की सुविधा के लिए बनाए हैं दो वैकल्पिक मार्ग: एसडीएम विश्व विकलांग दिवस पर ऑल हरियाणा दिव्यांग अधिकार संघर्ष समिति 3 दिसंबर को करेगी प्रदर्शन