भिवानी/मुकेश वत्स

 भारतीय किसान यूनियन ने आज रविवार को जिला मुख्यालय पर दशहरा पर्व पर किसानों के रावण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इस मौके पर किसान नेता जोगेंद्र तालु, राज सिंह धनाना, सुरेश नंबरदार तालु, राजकुमार जताई व अन्य किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंक विरोध जताया तथा कहा कि आज दशहरा पर्व पर किसानों के रावण पीएम मोदी का पुतला फूंक कृषि कानूनों का विरोध जताया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आज प्रधानमंत्री की बदौलत देश व प्रदेश का अन्नदाता कहे जाने वाला किसान मरने की कगार पर पहुंच गया है। एक तो कृषि संबंधी काले कानून लाकर किसानों मारने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने तानाशाही का रवैया दिखाते किसानों की आवाज को दबाते हुए 11 किसान नेताओं को गिरफ्तार किया। साथ ही जिला प्रधान राकेश आर्य को गिरफ्तार कर खरक चौकी में बंधक बनाया गया। इसके बाद किसान नेताओं को चार घंटे बार रिहा किया गया। किसानों की मदद के लिए आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान दलजीत तालु सिविल लाईन थाना पहुंचे, जहां पर उन्होंने प्रशासन से रिहाई की बातचीत की। इसके बाद दलजीत तालु की मांग पर गौर करते हुए किसान नेताओं को रिहा किया गया।

इस मौके पर किसान नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार का जनतंत्र में विश्वास नही हैं, शांतिपूर्ण तरीके से जारी किसान आंदोलन को भाजपा सरकार फांसीवादी तरीके से कुचलने की कोशिश कर रही है। जहां एक तरफ मंडिय़ों में किसानों की फसल बाजरा, कपास, मूंग न्यूनतम समर्थन मल्य पर खरीदने मे उनके सामने अनेक तरह की कठिनाईयां आ रही है, किसान तंग आकर ओने-पोने दामों पर अपनी फसल बेचने पर मजबूर हो रहे है, टयूबैलो के नये कन्कैशन पैसा भरने के बाद भी नहीं दिए जा रहे हैं।

किसानो के उपर तीन काले कानून जबरदस्ती थोप दिए है, सार्वजनिक क्षेत्रों रेलवे, बिजली, संचार, बैंक, बीमा, कोयला, व हवाई अड््डो का तेजी से निजिकरण किया जा रहा है। प्रातं व देश में भयंकर बेरोजगारी व मंदी का सामना कर रहा है, बस-रेल, तेल दामों मे बढोतरी की जा रही है। किसानों ने मांग करते हुए किसानों पर थौंपे गए काले कानून को वापिस लिया जाए, नहरों की टेलों तक पानी पहुंचाया जाए, जीरी व कपास की बर्बाद फसलों की गिरदावरी के आदेश व किसानों को मुआवजा दिया जाए।

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