पाटौदी थाने में शहीद एएसआई ओमप्रकाश को दी श्रद्धांजलि. 21 नवंबर 1986 को पुलिस में बतौर सिपाही हुए थे भर्ती फतह सिंह उजालापटौदी । हरियाणा पुलिस के द्वारा पुलिस शहीदी दिवस के उपलक्ष पर आरंभ किए गए पुलिस शहादत सम्मान सप्ताह के दौरान डीसीपी निकिता गहलोत पटौदी थाने पहुंची । यहां डीसीपी निकिता गहलोत ने 61 वर्ष पहले भारतीय पुलिस के 20 शहीद सिपाही जवानों को याद करते हुए पटौदी क्षेत्र के गांव लोकरी के निवासी शहीद पुलिसकर्मी एएसआई ओमप्रकाश के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहादत को सलाम किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस के शहीद हुए जवानों और अधिकारियों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी और उनके परिजनों को भी सम्मानित किया जाएगा। जिससे कि शहीद पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के परिजनों को यह महसूस ना हो सके कि वह अकेले ही हैं । ड्यूटी के दौरान अपना फर्ज पूरा करते हुए जान की बाजी लगाकर शहादत देने वाले चाहे पुलिस के जवान हो, अर्ध सैनिक बल हो या फिर सैनिकों हो इनकी जांबाजी हमेशा प्रेरणा ही देती है । गौरतलब है कि पटौदी क्षेत्र के गांव लोकरी के रहने वाले ओमप्रकाश ने 21 नवंबर 1986 से बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस में अपनी सेवाएं देना आरंभ किया । उन दिनों में जिला पलवल में तैनात थे तथा वह बच्चा सिंह को मथुरा कोर्ट में पेश करने के लिए हरियाणा रोडवेज की बस के द्वारा लेकर जा रहे थे । जब यह बस होटल के आस पास पहुंची तो 5-6 नौजवान अपराधिक तत्वों ने गोलियां चलाकर अचानक पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया । इस अप्रत्याशित हमले में ओम प्रकाश को भी गोलियां लगी और वह अपना फर्ज का निर्वहन करते हुए शहीद हो गए । घटना के समय ओमप्रकाश हरियाणा पुलिस में बतौर सहायक उपनिरीक्षक के रूप में कार्यरत थे । गुरुवार को पटौदी क्षेत्र के शहीद हरियाणा पुलिस के एएसआई स्वर्गीय ओम प्रकाश को सभी पुलिसकर्मियों ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनकी शहादत को सलाम किया । डीसीपी निकिता गहलोत ने बताया कि शहीद पुलिसकर्मियों के सम्मान में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम हरियाणा पुलिस के द्वारा 1 सप्ताह तक जारी रहेंगे । इस मौके पर पटौदी थाना एसएचओ करण सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी और अधिकारी भी मौजूद रहे । Post navigation अनोखे घोटाले की जांच… क्या आज रोड रोलर और जेसीबी की तलाश पूरी हो सकेगी ! कोरोना काल का कारनामा… फिर कहेंगे हेलीमंडी पालिका को करते हैं बदनाम !